इंदौर। इन दिनों आखों में धूल झोंकने का काम चल रहा है। कानून की कमजोरियों का फायदा उठाया जा रहा है। यह मामला ठीक ऐसा ही है। 50 हजार से ज्यादा के भुगतान का प्रकरण एमआईसी में चला जाता है, इसलिए ठेकेदार से कम राशि के 23 बिल मंगवाए गए और एक ही दिन में पूरा भुगतान कर डाला। इसका खुलासा आरटीआई से हुआ है।
पाटनीपुरा निवासी राजेश मेहरा ने आरटीआई के तहत जानकारी निकलवाई। ठेकेदार रामआधार यादव को एक दिन में 23 बार भुगतान किया गया। एक दिन में एक से ज्यादा बार भुगतान कुछ अन्य ठेकेदारों को भी किया गया। इन सबसे कुओं को ढंकवाने और जल वितरण लाइन के मेंटेनेंस संबंधी काम कराए गए थे।
निगम द्वारा दिए गए दस्तावेजों में भुगतान की तारीख 23 अगस्त 2012 बताई गई है। नियमानुसार 50 हजार रुपए से ज्यादा के भुगतान प्रकरण मेयर-इन-काउंसिल (एमआईसी) से मंजूर कराना होते हैं लेकिन इस झंझट से बचने के लिए 50 हजार रुपए से कम राशि का भुगतान 23 बार किया गया।