भोपाल। मप्र लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) की परीक्षाओं के पेपर लीक कराने के आरोपी बेदीराम का गिरफ्तारी वारंट गुरुवार को जारी कर दिया गया है। एसटीएफ ने इसके लिए सीजेएम पंकज सिंह महेश्वरी की अदालत में अपील की थी। इस मामले के मास्टर माइंड अखिलेश पांडे की गिरफ्तारी के बाद से ही बेदीराम अंडरग्राउंड हो गया है।
तीन दिन पहले रायपुर की एक अदालत ने बेदीराम समेत छह आरोपियों को छह-छह साल की सजा सुनाई थी। अदालत ने ये फैसला पीएमटी-2011 का पेपर लीक कराने के मामले में दिया है। रायपुर स्थित गंज थाने में पुलिस ने बेदीराम, अखिलेश पांडे, शैलेंद्र पांडे और डॉ. राजेश सचान समेत अन्य के खिलाफ प्रकरण क्रमांक 91/2011 दर्ज किया था। अखिलेश ने पूछताछ में बताया था कि पेपर लीक कराने का काम बेदीराम के जिम्मे रहता था। प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारियों की मदद से उसने पीएससी की परीक्षाओं के पेपर लीक करवाए थे।
प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारियों से होगी पूछताछ
बेदीराम के पकड़े जाने के बाद ही प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारियों के नाम सामने आएंगे। एसटीएफ के मुताबिक आगरा स्थित प्रिंटिंग प्रेस के कुछ कर्मचारियों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया है। संभवत: शुक्रवार या शनिवार को ये कर्मचारी एसटीएफ थाने पहुंचकर अपने बयान दर्ज करवाएंगे।
