भोपाल। व्यापमं के एक अन्य आरोपी राहुल सोलंकी की मौत का मामला भी अब सीबीआई जांच की जद में आ गया है। एसटीएफ ने इस मौत पर कोई ध्यान नहीं दिया था।
गांधी मेडिकल कॉलेज में दिसंबर 2012 में हुई राहुल सोलंकी की मौत जीएमसी हॉस्टल बी-ब्लॉक के कमरा नंबर 4 में हुई थी। यहीं उसकी लाश मिली। पुलिस का मानना था कि उसने आत्महत्या की है। बाद में पता चला कि वह ग्वालियर के झांसी रोड पुलिस थाने में व्यापमं के एक मामले में आरोपी है। एफआईआर के अनुसार, राहुल ने दलालों के साथ मध्यस्थता कर कुछ छात्रों का मेडिकल कॉलेज में एडमिशन भी कराया था।
सीबीआई अफसरों ने बताया कि सबसे बड़ा सवाल यह है कि राहुल मौत से पहले किस बात से मानसिक तनाव में था? इसके लिए राहुल की कॉल डिटेल्स भी खंगाली जाएंगी। उन छात्रों से भी पूछताछ होगी जिन्होंने राहुल के जरिए अपना एडमिशन होने की बात कबूली है।
जीएमसी हॉस्टल में राहुल के कमरे से कोहेफिजा पुलिस को इलाज के कुछ पर्चे मिले थे। इससे यह पता लगा था कि राहुल लंबे समय से मानसिक तनाव में था। वह ठीक ढंग से खाना भी नहीं खा रहा था। इंदौर में उसका इलाज चल रहा था। राहुल के परिजनों ने भी पुलिस को यही बताया था। उस समय तक पुलिस और परिजनों को यह नहीं पता था कि मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन में हुई गड़बड़ी में राहुल की कोई भूमिका थी। कोहेफिजा टीआई सूर्यकांत अवस्थी ने बताया कि राहुल की मौत की केस डायरी सीबीआई ने मंगवाई थी, वह भेज दी है।