इंदौर। यहां हुई भारी बारिश के दौरान बस्तीवालों की जान बचाने के लिए एक पापड़ बेचने वाली महिला ने अपना मकान तुड़वा दिया। उसने इसी साल जिंदगी भर की जमा पूंजी से यह मकान बनवाया था। रविवार को जब इस महिला का मकान तोड़ा गया और पानी की निकासी हुई तब बस्ती वालों की जान में जान आई, अन्यथा करोड़ों की संपत्ति तबाह हो जाती और कई लोगों की जान जा सकती थी।
लगातार बारिश के चलते शनिवार रात 2 बजे से द्वारकापुरी के पीछे स्थित 20-40 की पट्टी वाली गली में पानी बढ़ने लगा था। रविवार की सुबह होते-होते पानी घरों में घुसने लगा। पानी की निकासी वाले रास्ते पर मकान बना था। बमुश्किल तीन फीट चौड़े हिस्से से पानी निकल पा रहा था। सुबह होते तक गली में पांच-छह फीट तक पानी भर चुका था।
नगरनिगम के अधिकारियों ने बताया कि यदि उनका मकान तोड़ दिया जाए तो पूरी बस्ती को बचाया जा सकता है। महापौर ने उनकी वैकल्पिक रहने की व्यवस्था कर दी। गरीब होने के बावजूद इस महिला ने अपनी जिंदगी भर की जमा पूंजी से बना मकान तोड़ने के लिए सहमति दे दी।
मकान की कीमत 15-20 लाख
निगम के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर हरभजनसिंह ने बताया कि खत्री परिवार का यह मकान 800 वर्गफीट का था, जिसकी कीमत 15-20 लाख होगी।
पापड़ बेचकर परिवार पाला
खत्री ने बताया कि पति जगदीश उन्हें छोड़ चुके हैं। उनकी छह बेटियां हैं। चार की शादी हो चुकी है। उन्होंने पापड़ बेचकर परिवार को पाला है। एक बेटी स्कूल में पढ़ती है जबकि दूसरी काम में हाथ बंटाती है। पहले यह एक कमरा मात्र था। इसी साल उन्होंने इसे मकान की शक्ल दी है।