भोपाल। सरला मिश्रा हत्याकांड एक बार फिर चर्चाओं में हैं। साथ ही इस हत्याकांड की परतें भी खुलने लगीं हैं। सीबीआई जांच हेतु नोटिफिकेशन जारी करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे सरला मिश्रा के परिजनों का कहना है कि उनकी हत्या को आत्महत्या में तब्दील करने वाले डॉ. योगीराज शर्मा हैं। पुलिस और डॉ शर्मा ने मिलकर सारा षडयंत्र रचा।
परिजनों के आरोप है कि
सीएम हाऊस से आए एक टेलिफोन के बाद चिकित्सक योगीराज शर्मा पहुंचे, लेकिन उन्होंने घटनास्थल साफ और धुला हुआ बताया।
सरला के मृत्यू पूर्व कथन में गड़बड़ी हुई है। (इसमें सरला ने कहा कि अवसाद में उन्होंने आत्महत्या का कदम उठाया है)
घर में मिट्टी का तेल कहां से आया क्योंकि वहां गैस चूल्हा था।
काफी देर बाद उन्हें अस्पताल क्यों ले जाया गया।
पीएम रिपोर्ट में मिट्टी के तेल की गंध नहीं पाई गई।
आरोपी कौन
इस मामले में परिजनों ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं उनके भाई लक्ष्मण सिंह को आरोपी माना है। उनका खुला आरोप है कि दोनों ने मिलकर या दोनों में से किसी एक ने उनकी हत्या की है। सत्ता में होने के कारण साक्ष्य मिटाए गए और पुलिस से मनमानी रिपोर्ट तैयार करवाई गई।
आरोप के पीछे कारण
परिजनों का कहना है कि दिग्विजय सिंह को मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचाने में सरला मिश्रा ने बड़ा योगदान दिया। इसके बाद वो चाहतीं थीं कि उन्हें संगठन में अच्छी स्थिति दिलाई जाए। इसके लिए वो दिग्विजय सिंह की मदद चाहतीं थीं। वो दिग्विजय सिंह के कई राज भी जानतीं थीं, जिनके सार्वजनिक होने से दिग्विजय सिंह की छवि धूमिल हो सकती थी।