सतना। चपरासी भृत्य चतुर्थ श्रेणी संघ समिति सतना द्वारा आज रामपुर बाघेलान में ब्लाक परिसर के समीप दोपहर 12.00 बजे से सायं 04.00 बजे तक आंदोलन धरना प्रदर्शन कर संघ के संरक्षक कमलेन्द्र सिंह कमलू व संयोजक डां. अमित सिंह तथा सहसंयोजक रावेन्द्र सिंह के नेतृत्व में अनुविभागीय अधिकारी को 3 बिन्दुओं का ज्ञापन पत्र सौपा।
जिसमें यह कि श्रीमान् कलेक्टर महोदय सतना के निर्देशानुसार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सतना द्वारा जारी आदेश क्र.प.प्रको./स्था./61/2014-15/6150 सतना दिनांक 04.12.2014 व आदेश क्र. 2172 सतना दिनांक 26.06.2015 में दिये गये निर्देशो का पालन करते हुये निर्धारित प्रारूप में ग्राम पंचायतो से वहां कार्यरत् भृत्यो की जानकारी 15 दिवस के अंदर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सतना को प्रेषित किया जाये तथा उक्त आदेशो के पालन न होने की स्थिति में दोषी कर्मचारियो के विरूद्ध ‘‘मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965’’ के उल्लंघन का दोषी मानते हुये उनके खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही की जाये।
(2)यह कि रामपुर बाघेलान ब्लाक के अंतर्गत पेंशन पाने वाले हितग्राहियो के नाम काटे गये हैं उनका पुनः सर्वे कराकर नाम जोड़ा जाये तथा जिन लोगों के पेंशन विगत कई माहो से नही मिला है उन्हें दिलाया जाये।
(3) यह कि राशन वितरण प्रणाली के तहत पात्र हितग्राहियो को खाद्यान पर्ची के अभाव में राशन नही मिल पा रहा है अतः सभी को खाद्य पर्ची दिलायी जाये ताकि पात्र हितग्राहियो को सही समय पर खाद्यान उपलब्ध हो सके। आंदोलन के दौरान संघ के संरक्षक कमलेन्द्र सिंह कमलू ने कहा कि यदि 15 दिवस के अंदर प्रशासन चपरासी संघ की मांगो का निराकरण नही करता तो मजबूरन हमें उग्र आंदोंलन करने के लिये बाध्य होना पड़ेगा।
इस दौरान सभा को वरिष्ठ समाजसेवी भागवत सिंह तिवारी, रमाशंकर पयासी, रामकृष्ण मिश्रा, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष सत्यभान सिंह, रोहित सिंह, अंजनी शुक्ला, हनुमान तिवारी, संघ के अध्यक्ष इन्द्रजीत सेन, सचिव दीनानाथ तिवारी, नत्थूलाल कुशवाहा लालमन साहू ने प्रमुख से संबोधित किया। धरना प्रदर्शन में रामबहोर केवट, दयानंद विश्वकर्मा, सूर्यभान सेन, विनोद वारी, अरूण कचेर, रामनिवास, भाईलाल, छोटेलाल केवट, चन्द्रकेश सिंह, प्रदीप दाहिया, प्यारे लाल विश्वकर्मा, राजेश सेन, गणेश सेन, शारदा प्रसाद तिवारी, मंधीर प्रसाद शुक्ला, दसमी प्रसाद वर्मा, बाबूलाल सेन, संजय सिंह, राममिलन रजक, श्रीनिवास पाल, इन्द्रजीत सिंह, चन्द्रशेखर सिंह, मुन्ना मल्लाह, भोला प्रसाद कुशवाहा, सहित लगभग 300 चपरासी मौजूद रहें।