साधना सिंह खदान कांड: केके मिश्रा के खिलाफ जांच शुरू

भोपाल। बालाघाट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह एवं रिश्तेदारों के नाम मग्नीज खदान आवंटन मामले में आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेता केके मिश्रा के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। पुलिस ने उनसे वो दस्तावेज मांगे हैं जो उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में सार्वजनिक किए थे। मिश्रा पर फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोप है। सरकार का कहना है कि ऐसा कोई आवंटन नहीं हुआ है।

मामला 11 जून को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारवार्ता का है, जिसमें मिश्रा ने मुख्यमंत्री पर पद का दुरूपयोग कर अपने परिजनों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था। इसके लिए जारी किए दस्तावेजों को संजय नायक ने कूटरचित और झूठा बताते हुए हबीबगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

मिश्रा ने पत्रकारवार्ता में दस्तावेज जारी कर आरोप लगाए थे कि मुख्यमंत्री ने पद का दुरुपयोग कर परिजनों को बालाघाट में मैग्नीज खदान आवंटित की है। मिश्रा ने खदान आवंटन को लेकर न सिर्फ मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा था, बल्कि सीबीआई जांच की मांग भी की थी।

सरकार की ओर से उच्च शिक्षामंत्री उमाशंकर गुप्ता ने मिश्रा की पत्रकारवार्ता के चंद घंटों बाद पत्रकारवार्ता कर आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बालाघाट जिले में आवंटित समस्य खदानों का ब्योरा जारी किया था।

प्रवक्ता केके मिश्रा का बयान
मिश्रा ने नोटिस की पुष्टि करते हुए कहा कि सरकार निम्न स्तर पर उतर आई है। भ्रष्टों के आगे किसी भी कीमत पर घुटने नहीं टेकूंगा और जेल जाने के लिए भी तैयार हूं। मैं और मेरी पार्टी का हर नेता समुचित जवाब देने में सक्षम हैं।

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