नंदकुमार सिंह चौहान। कांग्रेस लगातार व्यावसायिक परीक्षा मंडल के जांच को भटकाने की कोशिश कर रही है। व्यापमं की जांच मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने एसटीएफ को सौंपकर नैतिकता का प्रमाण दिया है, जिस पर उच्च न्यायालय ने संतोष व्यक्त किया और अदालत खुद जांच की निगरानी कर रही है। कांग्रेस द्वारा बारंबार लगाये गये आरोप बेबुनियाद असत्य और निराधार है। कांग्रेस लाशों पर राजनीति कर रही है जो कि शर्मनाक है। कांग्रेस सिर्फ अखबारों की सुर्खियों तक सिमट कर रह जाने को अपनी उपलब्धि मान चुकी है और बार-बार वही आरोप दोहरा कर कांग्रेस अपनी विश्वसनीयता स्वयं खो रही है।
जांच को पटरी से उतारनें और चरित्रहनन करनें की गरज से कांग्रेस उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय का भी दरवाजा खटखटा चुकी है। वहां भी कांग्रेस को निराशा ही हाथ लगी है। कांग्रेस को मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान सरकार की उपलब्धियां बैचेन कर रही है और उन्हें लग रहा है कि चरित्रहनन करके वे जनता को भ्रमित करनें में सफल हो जायेंगे।
तमाम भर्तियों की जांच चल रही है, न्यायालय स्वंय जांच की समीक्षा कर रहा है। ऐसे में कांग्रेसियों के बतौलेबाजी आधारहीन और शरारतपूर्ण ही कही जायेगी। कांग्रेस के पास यदि कोई तथ्य और जानकारी होती तो वह राजनीति कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के बजाए जांच एजेंसी और न्यायालय के संज्ञान में लाती, लेकिन कांग्रेस ने सही रास्ता चुनना पसंद नहीं किया क्योंकि उसे तथ्यों की प्रमाणिकता पर स्वयं यकीन नहीं है।
- लेखक भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद भी हैं।
