विरोध प्रदर्शन: कलेक्टर आॅफिस की सीढ़ियों पर लगाई पाठशाला

ग्वालियर। बीएसएफ स्कूल टेकनपुर ने चार बच्चियों को फीस विवाद के चलते एडमिशन देने से इनकार कर दिया है। इस मामले में पीड़ित बच्चियां और उनके अभिभावक, ऑल इंडिया पैरेंट एसोसिएशन (एआईपीए) के अध्यक्ष सुधीर सप्रा के साथ कलेक्टर डॉ.संजय गोयल से मिले। कलेक्टर से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने विरोध स्वरूप कलेक्ट्रेट की सीढ़ियों पर ही बच्चियों की पाठशाला शुरू कर दी।

श्री सप्रा का कहना है कि जब तक कलेक्टर बच्चियों को स्कूल में एडमिशन नहीं दिला देते, तब तक वे खुद कलेक्ट्रेट की सीढ़ियों पर बच्चियों को पढ़ाएंगे।

सोमवार को एआईपीए के जिलाध्यक्ष सुधीर सप्रा के साथ बांकेबिहारी शर्मा अपनी पत्नी और चार बच्चियों के साथ कलेक्टर से मिलने पहुंचे। कलेक्टर को बताया कि स्कूल फीस विवाद के चलते बच्चियों को नहीं पढ़ा रहा है। नई कक्षाओं में एडमिशन नहीं दे रहा है।

अभिभावक की मांग है कि उस पर लगाया गया, विलंब शुल्क माफ किया जाए और बकाया फीस किश्तों में जमा करने का मौका दिया जाए, लेकिन स्कूल ने इस मामले में रियायत देने से इनकार कर दिया है। इसके बाद जब कलेक्टर को मदद करने के लिए बोला तो उन्होंने इस मामले में कार्रवाई के लिए खुद को असमर्थ बता दिया। इससे नाराज एआईपीए के अध्यक्ष ने उनकी बच्चियों को पढ़ाने के लिए कलेक्ट्रेट की सीढ़ियों पर ही पाठशाला शुरू कर दी।

कलेक्टर बोले, वे मुझसे सीनियर ऑफिसर हैं
इस संबंध में एआईपीए के अध्यक्ष और अभिभावक ने बात की तो कलेक्टर डॉ.संजय गोयल बोले कि बीएसएफ स्कूल के कमांडेंट मुझसे काफी सीनियर ऑफिसर हैं। मैं इस मामले में कैसे कार्रवाई कर सकता हूं। वैसे भी इस मामले में जिला पंचायत के सीईओ इलैया राजा टी. को कार्रवाई के अधिकार हैं। आप लोग एक बार उनसे बात कर लें।

विलंब शुल्क माफ करने को लिखा, नहीं दी कोई तवज्जो
इस मामले में अभिभावक बांकेबिहारी शर्मा ने पूर्व में भी जनसुनवाई में आवेदन दिया था। जिसके बाद कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को विलंब शुल्क माफ करने के लिए लिखा। जिला शिक्षाधिकारी ने बीएसएफ स्कूल टेकनपुर को विलंब शुल्क माफ कर शेष फीस जमा कराने को लिखा, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने जिला शिक्षाधिकारी के पत्र को कोई तवज्जो नहीं दी और विलंब शुल्क व शेष बकाया फीस जमा कराए बगैर उनकी बच्चियों को पढ़ाने से इनकार कर दिया।

इन बच्चियों को निकाला
बांकेबिहारी शर्मा की चार बच्चियां स्कूल में पढ़ती हैं। कक्षा 9 में नंदिता शर्मा, कक्षा 7 में इशिका शर्मा, कक्षा 5 में सुरभी शर्मा, यूकेजी में लुभानी शर्मा पढ़ती हैं। इन चारों को फीस विवाद के चलते अगली कक्षाओं में एडमिशन देने से स्कूल प्रबंधन ने इनकार कर दिया है। बता दें कि बीएसएफ स्कूल टेकनपुर एमपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त है।

डॉ.संजय गोयल, कलेक्टर, ग्वालियर ने कहा
इस मामले में डीईओ के माध्यम से स्कूल प्रबंधन को विलंब शुल्क माफ करवाने को लिखा था। स्कूल ने विलंब शुल्क माफ कर दिया है, शेष बकाया फीस ही जमा करानी है।

सुभाष शर्मा, जिला शिक्षाधिकारी, ग्वालियर का बयान
अभिभावक का रवैया गलत है। विलंब शुल्क माफ करा दिया है। शेष फीस तो जमा करनी पड़ेगी। किश्तों में बकाया फीस जमा कराने की बात बेतुकी है। अगर पढ़ाने को पैसे नहीं है तो सरकारी स्कूल में पढ़ाएं। वहां सब कुछ नि:शुल्क है।

बांकेबिहारी शर्मा, अभिभावक का आरोप
मैंने डीईओ का लिखा विलंब शुल्क माफ करने का पत्र स्कूल प्रबंधन को दिखाया तो उन्होंने कोई महत्व नहीं दिया। वे विलंब शुल्क के रूप में 13 हजार और बकाया फीस के 22 हजार जमा कराने को कह रहे हैं। इसके बगैर वे मेरी बच्चियों को पढ़ाने से मना कर चुके हैं।

सुधीर सप्रा, जिलाध्यक्ष, एआईपीए बोले
कलेक्टर महोदय का यह कहना है कि बीएसएफ के कमाडेंट उनसे सीनियर ऑफिसर हैं और वे इसमें कोई कार्रवाई नहीं कर पाएंगे, उनकी अक्षमता को साबित करता है। सरकार बच्चियों को पढ़ाने और आगे बढ़ाने के लिए योजनाएं चला रही है और यहां चार-चार बच्चियों को स्कूल से निकाल दिया गया है। जब तक इन्हें स्कूल में एडमिशन नहीं मिलता, मैं खुद कलेक्ट्रेट की सीढ़ियों पर इन्हें पढ़ाने पाठशाला चलाता रहूंगा।

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