भोपाल। झाबुआ में हुए पत्रकार अक्षय सिंह की संदिग्ध मौत के मामले में केबीनेट मंत्री और इससे ज्यादा भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय में कुछ अतिरिक्त उतावलापन दिखाई दे रहा है। स्थिति स्पष्ट होने से पहले कैलाश विजयवर्गीय ने फैसला सुना दिया कि पत्रकार की मौत हार्टअटैक से हुई है।
इस बयान पर कैलाश की सोशल मीडिया पर काफी धुलाई हुई। लोगों का सवाल था कि हार्टअटैक की कंडीशन में मुंह से झाग क्यों निकला। अभी ये बवाल कटा नहीं था कि भोपाल में शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में जैसे ही पत्रकार की मौत का जिक्र आया कैलाश तिलमिला उठे, बोले 'पत्रकार-वत्रकार छोड़ो कोई हमसे बड़ा पत्रकार है क्या?'
बीजेपी महासचिव के इस बयान की जमकर आलोचना होने के बाद हालांकि उन्होनें पत्रकार पर दिए बयान पर माफी मांगते हुए कहा, 'बयान को तोड़मरोड़कर पेश किया गया, किसी को ठेस पहुंची हो तो माफी'
अब सवाल सिर्फ एक ही शेष रह जाता है और वो यह कि व्यापमं कांड को हवा देने वाले कैलाश पत्रकार की मौत के सवाल पर अपना दिमागी संतुलन क्यों खो रहे हैं।
