मुंबई। माफिया के 85 गुर्गों को एनकाउंटर में मार गिराने वाले मुंबई के असली सिंघम दया नायक को महाराष्ट्र पुलिस ने फिर सस्पेंड कर दिया है। मुंबई के माफिया पर सीधे लगाम कसने वाले इस पुलिस अधिकारी को इसी के विभाग ने साढ़े छ साल से परेशान कर रखा है।
एक सरकारी अधिकारी ने दया नायक के निलंबित की पुष्टि की है, लेकिन इस अधिकारी ने इस बारे में कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया कि किस कारण दया नायक के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।
नायक को जून, 2012 में सेवा में बहाल कर दिया गया था और उनका तबादला नागपुर हो गया था लेकिन उन्होंने नागपुर ज्वाइन नहीं किया।
साल 1995 बैच के पुलिस अधिकारी नायक 2006 में आय से अधिक संपत्ति मामले में एसीबी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद करीब साढ़े छह साल तक निलंबित थे। उस वक्त एसीबी ने उनके दो मित्रों को भी गिरफ्तार किया था।
साल 2009 में तत्कालीन पुलिस महानिदेशक एसएस विर्क ने दया नायक के खिलाफ मुकदमा चलाने की इजाजत देने से इंकार कर दिया था। साल 2010 में उच्चतम न्यायालय ने उनके खिलाफ मकोका के तहत लगे सभी आरोपों को रदद कर दिया था।
याद दिला दें कि अब तक छप्पन और रिस्क जैसी फिल्में दया नायक के जीवन से प्रेरित होकर बनाई गईं हैंं