भोपाल। कहते हैं आस्था के प्रतीक तभी टिकते हैं जब आपका मन निर्मल और हृदय में प्रार्थना हो। यदि मन में मैल हो तो वो आपसे दूर चले जाते हैं। मप्र के देहातों में अंगूठियां, रत्न, देवी देवताओं की प्रतिमाएं एवं ऐसे ही कुछ दूसरे आस्था चिन्हों के संदर्भ में यह दावे किए जाते हैं।
यदि हम भारत के राष्ट्रध्वज को भी अस्था का प्रतीक चिन्ह मान लें तो यह मान लेना चाहिए कि इन दिनों भारत माता शिवराज सिंह चौहान से रूठी हुईं हैं। भोपाल में शान से लहराया गया देश का दूसरा सबसे ऊँचा तिरंगा 4थी बार फट गया।
अधिकारियों का कहना है कि तिरंगा हवाओं का वेग सहन नहीं कर पा रहा। इसलिए फट जाता है परंतु सवाल यह है कि यह देश का सबसे ऊँचा तिरंगा नहीं है, बल्कि दूसरे नंबर पर आता है, फिर भी बार बार फट रहा है। नंबर 1 वाला तिरंगा हवाओं का वेग झेल रहा है परंतु नंबर 2 वाला क्यों फट रहा है।
सरकारी लिखा पड़ी के लिए हजारों तर्क हो सकते हैं परंतु देहाती में कहें तो भैया, शिवराज सिंह से रूठ गईं हैं भारत मैया। जिसदिन आशीर्वाद मिल जाएगा, यही तिरंगा शान से लहराएगा।