गोड्डा। यहां एक स्कूल ऐसा भी है जहां सिर्फ बालिका वधू ही पढ़तीं हैं। इनकी उम्र 8 वर्ष से लेकर 17 वर्ष तक है।जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सदर प्रखंड का घाट कुश्मनी पंचायत में स्थित स्कूल का नजारा चौंकाने वाला है। यहां नाबालिग शादी-शुदा लड़कियां पढ़ रही हैं। जब उनमें से कुछ लड़कियों से इसकी वजह जाननी चाही तो उनका कहना था हमारे समाज में माता-पिता का कहना है कि लड़कियां जब बड़ी हो जाती हैं तो उनके लिए योग्य वर नहीं मिलता। इसलिए उनकी जल्दी शादी कर देते हैं। गोड्डा जिले में आज भी पांच साल पूरे होते ही माता-पिता लड़की के लिए वर तलाशने निकल पड़ते हैं। इतना ही नहीं उन बच्चियों की शादी भी कर दी जाती है, लेकिन प्रशासन इस सबको देखकर भी अनदेखी कर रहा है।