डॉलर की कीमत में आई मजबूती के कारण सोना लगातार फीका होता जा रहा है। बुलियन बाजार के विशेषज्ञ बताते हैं कि आने वाले दिनों में यह कीमत 23 हजार तक पहुंच सकती है। आनंदराठी कमोडिटीज लिमिटेड के कमोडिटी रिसर्च प्रमुख रवींद्र राव ने कहा, रुपया-डॉलर विनिमय दर को देखते हुए भारतीय बाजार में सोने की कीमत 23,500 रुपये से 24,000 रुपये के बीच पहुंच सकती है।"
एनएसी ज्वेलर्स के प्रबंध निदेशक आनंद पद्मनाभन ने यहां आईएएनएस से कहा, "आज 22 कैरेट वाले सोने की कीमत 2,385 रुपये प्रति ग्राम थी। यह कीमत बरकरार रहने का अनुमान है।" राव ने कहा कि डॉलर में मजबूती और ग्रीस संकट के निराकरण के कारण सोना 2010 के बाद से निचले स्तर पर पहुंच गया है।
हाल में डॉलर में काफी मजबूती आई है, क्योंकि ग्रीस संकट और फेडरल रिजर्व की अध्यक्ष जेनेट येलेन द्वारा इस वर्ष दर में वृद्धि करने का संकेत देने से निवेशकों ने एक मजबूत मुद्रा डॉलर का संबल थामना उचित समझा है। ईरान के साथ पी5 प्लस1 देशों के परमाणु समझौते ने भी इसमें भूमिका निभाई है।
राव ने कहा कि वित्तीय और राजनीतिक संकट के कारण निवेशकों ने सोने में निवेश करना शुरू किया था, लेकिन ये संकट अब टल गए हैं और अब शेयर जैसी जोखिम वाली संपत्तियों में निवेश का विकल्प बढ़ा है।
जून 2015 में सोने का आयात 37 फीसदी कम 1.96 अरब डॉलर का रहा, जो एक साल पहले 3.12 अरब डॉलर का था। मई में यह 2.42 अरब डॉलर था।