हैदराबाद। पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के सीनियर लीडर सलमान खुर्शीद ने 1975 में देश में लगी इमरजेंसी का बचाव करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी को इस बारे में माफी मांगने की कोई जरूरत नहीं है बल्कि इमरजेंसी के बाद इंदिरा गांधी को चुनने के लिए देश के लोगों को माफी मांगनी चाहिए। यही नहीं, खुर्शीद ने यह भी कहा कि विपक्ष को भी इस बात के लिए माफी मांगनी चाहिए कि उसने ऐसे हालात पैदा किए कि इमरजेंसी लगानी पड़ी।
इमरजेंसी की चर्चा क्यों करें
खुर्शीद ने कहा, 'जनता ने महसूस किया कि फैसला (इमरजेंसी लागू करने का) सही था और इंदिरा गांधी को फिर चुना। हम माफी क्यों मांगें? हम इमरजेंसी की चर्चा क्यों करें? कुछ चीजें हुई थीं। उसके बाद भारत ने श्रीमती इंदिरा गांधी को फिर चुना। तो अगर हमें माफी मांगनी होगी तो देश के लोगों को भी माफी मांगनी होगी...उन्होंने इंदिरा गांधी को क्यों चुना था?'
इतिहास में लौटने की जरूरत नहीं
खुर्शीद ने कहा कि इतिहास में लौटने की जरूरत नहीं है क्योंकि तब की सरकार ने वही किया जो उस उसे समय जरूरी लगा। कांग्रेस के नेता के मुताबिक, 'जब लोगों को लगा कि वह (इमरजेंसी) गलत था, उन्होंने हमें सत्ता से बाहर कर दिया। जब उन्हें लगा कि फैसला सही था, तब उन्होंने हमें फिर से सत्ता दी।'
माफी मांगने से क्या होगा?
खुर्शीद ने कहा, 'इमरजेंसी को लेकर किसी को किसी से माफी मांगने की जरूरत नहीं है। और माफी मांगने से क्या हो जाएगा? मैं विपक्ष से मांग कर सकता हूं कि वह इस बात के लिए माफी मांगे कि उसने ऐसे हालात पैदा किए कि इमरजेंसी लगानी पड़ी।' कांग्रेस नेता ने कहा कि इतिहास को बार-बार दोहराने की जगह हमें यह देखना चाहिए कि देश के सामने आज क्या दिकक्तें हैं।