भोपाल। मप्र में सरकारी स्कूलों के निजीकरण की योजना के तहत सरकारी स्कूलों को ईसाई मिशनरीज को देने की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। कैथोलिक डायोसिस एजुकेशन सोसायटी ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) में कुछ सरकारी स्कूल चलाने का विधिवत प्रस्ताव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंप दिया है।
पढ़ाई के स्तर में सुधार के नाम पर सरकारी स्कूलों के निजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जमीनी स्तर पर इसका काफी विरोध भी हो रहा है और स्वयं मुख्यमंत्री ऐसी किसी भी योजना से इंकार कर चुके हैं परंतु पर्दे के पीछे प्रक्रिया जारी है।
ईसाई सोसायटी ने मुख्यमंत्री को दिए प्रस्ताव में कहा है कि उन्हें पीपीपी मोड पर कुछ सरकारी स्कूल चलाने का मौका दिया जाए। सोसायटी ने वादा किया है कि उसे स्कूल चलाने का मौका मिला, तो पढ़ाई के साथ सरकारी स्कूलों के व्यवस्थागत ढांचे में भी सुधार आएगा। भोपाल के आर्चबिशप डॉ. लियो कार्नेलियो ने बताया कि सोसायटी प्रस्ताव दे चुकी है, अब सरकार को तय करना है। यदि सरकार राजी हुई, तो हम बेहतर काम करके दिखाएंगे। आर्चबिशप के मुताबिक जो स्कूल सोसायटी को दिए जाएंगे। उनका मैनेजमेंट सोसायटी संभालेगी। जबकि शिक्षक सरकारी ही रखे जाएंगे। हां, इन शिक्षकों पर कार्रवाई की अनुशंसा के अधिकार सोसायटी को रहना चाहिए।
