भोपाल। अंतर्राष्ट्रीय मीडिया तक पहुंच जाने के बाद उत्पन्न हुए भारी दवाब के बाद सीबीआई जांच के लिए झुके शिवराज का कहना है कि 'यदि मैं नहीं चाहता तो व्यापमं की शुरूआती जांच भी नहीं होती।' मैने इस मामले की जांच के लिए एसटीएफ का गठन किया, इसलिए इस घोटाले के खुलासे का श्रेय मुझे दिया जाना चाहिए।
व्यापमं घोटाले के सभी मामलों की जांच सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई को सौपे जाने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 'अब मैं राहत महसूस कर रहा हूं'। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा जनमत यही चाहता था कि सीबीआई जांच हो।
उनके अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि हमारी तरफ से जांच की मांग की गई है और उन्होंने इस कदम की सराहना भी की है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमने यह कदम इसलिए भी उठाया की जो आरोप लगाए गए हैं उनका जवाब मिल सके, सच सामने आए और इसमें न्याय हो सके।
जांच को लेकर एक बार फिर उन्होंने दोहराया कि यह जांच मैंने ही शुरू की थी और यह मेरी अग्निपरीक्षा थी। माननीय अदालत के फैसले के बाद अब में राहत महसूस कर रहा हूं। यह मेरा कदम था की जांच हो अगर मैं नहीं चाहता तो जांच होती ही नहीं। हमने इसे पकड़ा और सिस्टम को क्लीन किया इसका हमें श्रेय मिलना चाहिए।'
हालांकि, मुख्यमंत्री राज्यपाल रामनरेश यादव के मामले में कुछ भी नहीं बोले।
