कम्प्यूटर आॅपरेटर भर्ती घोटाला जांच की जद में

भोपाल। कृषि विभाग में हुआ कम्प्यूटर आॅपरेटर भर्ती घोटाला भी अब जांच की जद में आ गया है और इसी के साथ लाइम लाइट में फिर से आ गए हैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रिय अधिकारी डॉ डीएन शर्मा।

यह है मामला
कृषि विभाग ने राष्ट्रीय ई गवर्नेंस प्रोग्राम एग्रीकल्चर (एनईजीपीए) योजना के तहत करीब एक हजार कंप्यूटर आॅपरेटर के लिए टेंडर जारी किया था। आरोप है कि डॉ. शर्मा ने यह ठेका प्रसाद सिक्योरिटी कंपनी को दे दिया। इसको लेकर हुई शिकायत में कहा गया था कि टेंडर के लिए अंतिम तारीख 25 जुलाई दी गई थी, लेकिन इसे बिना किसी सूचना के दस दिन घटा कर 15 जुलाई कर दिया था। इस कंपनी ने 950 आपरेटर कृषि विभाग को उपलब्ध कराए थे। इस मामले में राज्य शासन ने जांच के आदेश दिए थे। इसकी जांच बीज निगम के एमडी ने की थी। अब डॉ. शर्मा को आरोप पत्र देने की तैयारी है।

मुख्यमंत्री से है घनिष्ठ संबंध
बताया जा रहा है कि डॉ शर्मा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बड़े ​घनिष्ठ संबंध हैं। इसी के चलते डॉ. शर्मा ने अपने पद का जमकर दुरुपयोग किया और कई मामलों में खुलेआम घोटाले किए। प्रदेश में निवेश करने आई एक कंपनी के प्रतिनिधि मण्डल को दुत्कार कर भगा देने और तीन भाजपा विधायकों से रिश्वत मांगने का रिकार्ड भी डॉ शर्मा के नाम दर्ज हो चुका है। डॉ शर्मा के खिलाफ शिकायतों का अंबार मौजूद है परंतु शिवराज सिंह चौहान का आशीर्वाद होने के कारण आज तक कभी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। देखते हैं इस मामले में क्या होता है। 

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