भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के.मिश्रा ने बहुचर्चित व्यापमं महाघोटाले को लेकर युवा कांग्रेस के अहिंसक प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के इशारे पर पुलिसयाई दमन, वाॅटर केनन का उपयोग और प्रदर्शनकारियों को जेल भेजे जाने की तीखी भर्त्स्ना करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के विरूद्व संघर्ष किया जाना विपक्षी दलों का मौलिक अधिकार है और किसी भी प्रजातांत्रिक आवाज को दमन से दबाया जाना राजनैतिक नपुंसकता है जो मध्यप्रदेश की सरकार और पुलिस ने साबित की है।
अहिंसक तरीकों से अंग्रेजों से लड़कर देश को आजादी दिलाने वाली राजनैतिक पार्टी को भाजपाई दमन अपने सार्थक उद्देश्यों से हटा नहीं पायेगा। इन स्थितियों को देखकर तो यही लगता है कि भाजपा के ही पुरोधा ने हाल ही में कहा है कि देश आपातकाल की और बढ़ रहा है, उसकी प्रतिध्वनि म.प्र. में दिखाई दे रही है।
आज यहां जारी अपने बयान में मिश्रा ने कहा कि भाजपाई बड़बोले नेताओं को यह स्पष्ट करना चाहिए कि यदि वे लोकतंत्र के कथित पक्षधर और व्यापम महाघोटाले को लेकर गंगाजल की तरह पवित्र हैं, तो उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को नई दुल्हन की तरह क्यों छुपाये रखा, उनकी सुरक्षा-व्यवस्था इतनी चाक चैबंद थी मानो कोई आतंकवादी प्रदेश की राजधानी में अतिसुरक्षित पुलिस कवच में कोर्ट पेशी पर आया हो? भाजपा क्या ऐसे ही लोकतंत्र की पक्षधर है?
