भोपाल। व्यापमं मामले में चौतरफा हमले से घिरी शिवराज सिंह चौहान सरकार पर अब इस घोटाले को उजागर करने वाले आरटीआई कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगा है। आरोप है कि सरकार ने बदले की भावना से आरटीआई कार्यकर्ता डॉ. आनंद राय की पत्नी का तबादला कर दिया।
व्यापमं मामले को उजागर करने में आरटीआई कार्यकर्ता डॉ. आनंद राय का अहम रोल रहा है। सरकार ने पहले उनको टारगेट किया और अब आरोप है कि उनकी पत्नी डॉ. गौरी राय को प्रताड़ित किया जा रहा है। डॉ. गौरी अभी इंदौर के नजदीक महू में पदस्थ थीं. अब उनका तबादला उज्जैन कर दिया गया हैं। डॉ. आनंद राय का आरोप है कि सरकार का यह कदम बदले की भावना से प्रेरित है।
डॉ. राय के मुताबिक पहले उनकी पत्नी को गलत वजहों के आधार पर सस्पेंड किया गया। अब बहाल करने के बाद उन्हें करीब 60 किलोमीटर दूर उज्जैन ट्रांसफर कर दिया गया। डॉ. राय कहते है, 'व्यापमं से जुड़े लोगों की लगातार मौत हो रही है। खुद उनकी जान को खतरा बना हुआ है। ऐसे में पत्नी और दो साल के बच्चे को उनसे दूर करना सभी की जान को खतरे में डालना है।'
व्यापमं मामले में व्हिसल ब्लोअर पिछले सात साल से एमपी सरकार से सीधी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने सबसे पहले ड्रग ट्रायल मामले को उजागर किया था। इस खुलासे के बाद सरकार ने उन्हें मेडिकल कॉलेज से बर्खास्त कर दिया था। डॉ. राय इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में गए। कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला दिया। सरकार ने डॉ. राय को बहाल करने के बजाए सिंगल बैंच के इस फैसले को डबल बैंच में चुनौती दे दी।
