भोपाल। बुधवार की कार्यवाही शुरू होते ही राज्यसभा में मायावती ने व्यापमं घोटाले को उठाया। उन्होंने व्यापमं घोटाला मुद्दे पर भी चर्चा की मांग की। उनका कहना था कि व्यापमं घोटाला राज्य का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय मुद्दा है। बीजेपी व्यापमं घोटाले को राज्य का मुद्दा बताकर चर्चा से इनकार कर चुकी है।
वहीं, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि व्यापमं घोटाले में राज्य के बाहर के लोग भी मारे गए हैं, इसलिए उस पर भी चर्चा होनी चाहिए। राज्यसभा में एक बार हंगामा इतना बढ़ा कि चेयरमैन हामिद अंसारी को कहना पड़ा कि क्वेश्वन आवर में क्वेश्चन की बातें कीजिए।
बीजेपी का बचाव
राज्यसभा में बीजेपी के बचाव में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोर्चा संभाला। उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज के मामले में हम चर्चा करने को तैयार हैं परंतु व्यापमं के मामले में चर्चा नहीं कर सकते। यदि सदन चाहता है कि व्यापमं के मामले में चर्चा हो तो फिर दूसरे राज्यों की भी चर्चा की जाएगी। जेटली के इस बयान को सदन के बाहर ब्लेकमेलिंग बताया गया।
कुल मिलाकर मप्र का व्यापमं घोटाला पहली बार देश के सर्वोच्च सदन तक जा पहुंचा।