शाजापुर। कलेक्टर ने अपने बंगले पर बागवानी करने वाले कर्मचारी की बेटी को खून देकर अनुकरणीय उदाहरण पेश किया।
कर्मचारी मदनसिंह ने कलेक्टर को अपनी परेशानी से अवगत कराया था। उसने बताया कि उसकी 20 वर्ष की बेटी देवबाई को खून की कमी है। उसकी हालत ऐसी नहीं है कि वह अपना खून दे सके। वो कलेक्टर से सिर्फ इतनी मदद चाहता था कि ब्लडबैंक से खून मिल जाए, मगर बाद में कलेक्टर ने खुद ही रक्तदान किया। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर राजीव शर्मा इससे पहले भोपाल में पीडब्ल्यूडी में डिप्टी सेक्रेटरी थे।