भोपाल। शा0 पोलिटेक्निक काॅलेज, जिला अशोकनगर में केंपस घोटाले की सूचनाएं मिल रहीं हैं। यहां कार्यरत एक अधिकारी खुल्लमखुल्ला धांधली कर रहा है और उसके खिलाफ आवाज उठाने वाले स्टूडेंट्स को धमकियां भी दे रहा है। गजब तो देखिए, उच्च शिक्षा विभाग से अनुमति लिए बिना, संबंधित अधिकारी ने शिकायतकर्ताओं को मानहानि को नोटिस भी थमा दिया।
यह है मामला
मप्र में स्थापित होने वाले कारखानों में शर्त यह होती है कि वो एक निर्धारित संख्या में मध्यप्रदेश के निवासियों को नौकरियां देंगे। इसी शर्त पर उन्हें तमाम तरह की सरकारी सहायताएं मिलतीं हैं। बीना रिफाइनरी में भी स्थानीय बेरोजगारों को नौकरियां दिए जाने का प्रावधान है। इसी के तहत बीना रिफाइनरी शा0 पोलिटेक्निक काॅलेज, जिला अशोकनगर में आयोजित केंपस में आई। यहां आॅनलाइन परीक्षा हुई, जिसमें कुल 40 स्टूडेंट्स ने भाग लिया। 20 स्टूडेंट पास हुए, उनका इंटरव्यू भी लिया गया, लेकिन जब चयनित छात्रों की सूची जारी हुई तो उसमें 15 ऐसे नाम थे, जिन्होंने आॅनलाइन परीक्षा ही नहीं दी थी। मामला उठा तो पहले लोकल मीडिया में नियम विरुद्ध कुछ इस तरह के बयान जारी किए, जैसे कॉलेज सरकारी नहीं बल्कि प्राइवेट हो। स्टूडेंट्स ने कलेक्टर को शिकायत की तो दवाब बनाने के लिए मानहानि का नोटिस भेज दिया।
संदेह क्या है
शा0 पोलिटेक्निक काॅलेज में केंपस ड्राइव कराकर पद का दुरुपयोग करते हुए एक अधिकारी ने बीना रिफायनरी में सांठगांठ करके 15 ऐसे बेरोजगारों को नौकरी दिला दी जो अयोग्य थे, जबकि परीक्षा पास कर चुके बेरोजगारों को दुत्कारा जा रहा है। ऐसा कमाल तो व्यापमं में भी नहीं हुआ था। संदेह यह है कि इस मामले में मोटी कमाई की गई है। नियमों को शिथित करते हुए अयोग्य युवकों को नौकरी दिलवा दी गई। इसमें बीना रिफायनरी के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत भी हो सकती है।
अब क्या
इस मामले की ईमानदार जांच होना चाहिए। विषय केवल 20 बेरोजगारों के साथ अन्याय का नहीं है बल्कि योग्य प्रतिभाओं के साथ अन्याय का है। यदि उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया तो बढ़ते बढ़ते यह एक नया और बड़ा घोटाला हो जाएगा।
पढ़िए वो शिकायत जो पीड़ित छात्रों ने भोपाल समाचार डॉट कॉम को ईमेल की:—
शा0 पोलिटेक्निक काॅलेज, जिला अशोकनगर में बीना रिफाईनरी द्वारा केंपस आया था। दिनांक 27.04.15 को भोपाल मे आॅन लाईन रिर्टन टेस्ट आयोजित किया गया था। जिस में लगभग 40 छात्र शामिल हुये थे। जिसमें पास हुए 20 छात्रों को काॅलेज द्वारा अवगत करा कर बीना रिफाईनरी में साक्षात्कार के लिये दिनांक 25.05.15 को भेजा गया था और इनका सा़क्षत्कार लिया गया था। जिनका साक्षात्कार का परिणाम घोषित नहीं किया था किन्तु परिणाम घोषित होने के पूर्व ही काॅलेज द्वारा 15 छात्रों को दिनांक 03.06.15 को साक्षात्कार के लिए भेज दिया गया। फिर बाद मे साक्षात्कार का परिणाम घोषित किया गया जिसमे पहेल 20 छात्रों को जाॅब न देते हुए बाद मे भेजे छात्रों को जाॅब के लिये नाम घोषित किया गया।
फिर हम सभी (पहले 20 छात्र) ने श्री के.एन.झा टीपीओ शा0पोलिटेक्निक काॅलेज, जिला अशोकनगर सर से पूछा कि हमारा नाम क्यों नही आया चयन की सूची में जबकि हम पास थे पेपर में। तो उन्होंने हम से कहा कि रिफाईनरी द्वारा लिये गये पेपर मे पास/फेल का कोई प्रावधान नहीं था तो सभी छात्र पास है और रिफाईनरी द्वारा अन्य छात्रों के नाम मांगे थे तो हमने भेज दिये अब तुम्हारा चयन नहीं हुआ तो हम क्या करें। जवाव में हम सभी छात्रों ने बीना रिफाईनरी की भर्ती से संबंधित नियम पुस्तिका मांगी तो हमे नियम पुस्तिका देने से मना कर दिया गया।
उक्त कथन कि पास फेल का कोई प्रावधान नही था जो एक प्रेस नोट मे भी कहा गया है और मेै यह कार्य (यानि केंपस लाने का) स्वैच्छा से करवा रहा हॅू आगे से मै यह कार्य भी बंद कर दूंगा। उक्त दोनों कथन श्री के.एन.झा टीपीओ शा0पोलिटेक्निक काॅलेज, जिला अशोकनगर नेें अशोकनगर पत्रिका में कहा गया है दिनांक क्रमश: 26.06.15 और 02.07.15 है।
उक्त शिकायत हमारे द्वारा कलेक्टर महोदय जिला अशोकनगर को की गई । तभी से शिकायतकर्ता छात्रों को डरया व धमकाया जा रहा है कि उक्त शिकायत वापस लो अन्यथा हम आप सभी छात्रों पर मान-हानि का केस दर्ज करा देंगे। पर हमने अपनी शिकायत वापस नहीं ली तो आज दिनांक 09.07.15 को एक वकील के द्वारा नोटिस भेजा गया जिसमें लिखा है कि आप सभी छात्रा कालेज में पत्रकारों के सामने माफी मांगो और 2000 रू जमा कराओ एवं नोटिस का जवाव 7 दिवस के अन्दर देना होगा अन्यथा की स्थिति में आप पर कानूनी कार्यवाही की जावेगी।
अतः श्रीमान जी से निवेदन है कि पीडित समस्त छात्रों की कुछ मदद करने की कृपा करें जिससे कि छात्रों का भविष्य खराव होने से बच सके।
समस्त पीडित छात्र
राकेश पंथी, सत्यम सोनी, अनिल शर्मा,
अजय शर्मा, गौरव शर्मा, मोहर सिंह
निवासी जिला अशोकनगर
मध्यप्रदेश