ग्वालियर। सरेराह लूट और पीड़ित की हत्या कर देने वाले 8 लोगों के एक गिरोह के खिलाफ 8 साल बाद एफआईआर दर्ज की गई। आरोपियों में 5 पुलिसकर्मी हैं जबकि शेष 3 इस गिरोह के साथी। मामला भी न्यायालय के आदेश पर दर्ज किया गया। पुलिस विभाग ने इस मामले में कोई सुनवाई नहीं की।
वकील डीआर राहुल के मुताबिक 2007 में शहर कोतवाली चीता मोबाइल में तैनात आरक्षक कल्लू उर्फ राघवेन्द्र गुर्जर, राजेन्द्र पाल, लक्ष्मी अहिरवार, सालिम खांन, बृजमोहन यादव, स्टाम्प बेंडर छत्रपाल चैहान, कलापुरम निवासी मुकेश यादव और संजय उजाड़िया के विरूद्ध हत्या का मामला दर्ज कराने का आदेश दिया है।
उक्त लोगों ने रामबाबू के लड़के कमलकिशोर को चुंगी का नांका पर पकड़कर घड़ी, मोबाइल, सोने की चैन और 35 हजार 500 छुड़ा लिये थे, थाने से छोड़ने पर सामान तो दे दिया, पैसे नहीं दिये। इसकी शिकायत रामबाबू ने तत्कालीन एसपी से की, जांच उपरांत 4 आरक्षक राघवेन्द्र, राजेन्द्र, लक्ष्मी, सालिम को निलंबित कर दिया गया। शिकायत वापिस लेने के लिये दबाव बनाया। न लेने पर उसकी हत्या कर दी एवं अपने थाने में एक्सीडेंट का केस दर्ज कर लिया। जबकि साक्ष्य कुछ और थे।