भोपाल। प्रतिष्ठित सफेदपोश कारोबारियों ने यहां चार दिन चली आयकर की कार्रवाई के बाद 32 करोड़ की काली कमाई सरेंडर कर दी है। सूत्रों का कहना है कि यह आंकड़ा बहुत बड़ा था परंतु चुपके चुपके कुछ ऐसा हुआ कि अंत में केवल 32 करोड़ ही उजागर किए गए।
आयकर विभाग की इनवेस्टिगेशन विंग ने एक जुलाई को हॉस्पिटल नर्मदा ट्रॉमा सेंटर, उससे जुड़े समूह, मिठाई के कारोबारी मनोहर डेयरी समेत 23 ठिकानों पर छापे मारे थे। करीब चार दिनों तक चली कार्रवाई के बाद सभी ने करीब 32 करोड़ रुपए सरेंडर किए हैं।
उधर, नर्मदा हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. राजेश शर्मा के यहां से बरामद दस्तावेजों में ब्रोकर विनोद बलवानी का नाम सामने आने के बाद शुक्रवार (3 जुलाई) को विभाग की टीम ने बलवानी के ईदगाह हिल्स स्थित निवास पर भी छापा मारा था। यह कार्रवाई शनिवार को भी जारी रही।
डायरेक्टर इनवेस्टिगेशन आरके पालीवाल के मार्गदर्शन, वहीं ज्वाइंट डायरेक्टर केजी गोयल और डिप्टी डायरेक्टर हरगोविंद सिंह के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक, नर्मदा हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. शर्मा ने 18 करोड़ रुपए सरेंडर किए हैं। वहीं मनोहर डेयरी और भाजपा नेता शैलेंद्र शर्मा आदि सभी को मिलाकर करीब 32 करोड़ रुपए की ब्लैकमनी सरेंडर की गई है। बलवानी के घर से टीम को एक डायरी मिली है, जिसमें कई बड़े लोगों के नाम लिखे हुए हैं। हालांकि उनके आगे लेन-देन संबंधी कोई जिक्र नहीं है।