ग्वालियर। नारी निकेतन में जिसे युवतियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी वही युवतियों का शोषण कर रहा था। पीड़ित 18 युवतियां बीते रोज नारी निकेतन से भाग गईं, इनमें से 11 सीधे पुलिस थाने पहुंची जबकि शेष 7 अभी भी लापता हैं।
नारी निकेतन से भागी 11 युवतियां आधी रात को सीधे इंदरगंज थाने पहुंची। अचानक रात के समय एक साथ युवतियों को देखकर थाना प्रभारी राघवेन्द्र सिंह हैरान रह गए। इन युवतियों ने अपनी अधीक्षिका प्रबोधिनी सक्सैना पर परेशान करने के आरोप लगाए। पुलिस ने उनसे विस्तार से बात की तो युवतियों ने बताया कि नारी निकेतन में तैनात होमगार्ड का सिपाही एक युवती का लंबे समय से शोषण कर रहा है। युवतियां कितनी परेशान थीं, इसका अंदाजा ऐसे भी लगाया जा सकता है कि दो युवतियां अपने नवजात शिशुओं को लेकर थानें पहुंचीं।
यही नहीं निकेतन की टूटी खिड़कियों से आवारा लड़के अंदर घुस आते हैं। निकेतन में तैनात परपुल शर्मा औऱ सुभाष आए दिन खराब तरीके से पेश आते हैं और यदि इसकी शिकायत अधीक्षिका मैडम से करो तो वे भी डांट देती हैं। बाद में पुलिस अफसरों ने रात को ही अधीक्षिका प्रबोधिनी सक्सैना को थाने बुला लिया, लेकिन वह तबीअत खराब होने की बात कहने लगीं। उनके मुताबिक शोषण और परेशान करने के आरोप गलत हैं।
शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने सुरक्षा देकर युवतियों को वापस नारी निकेतन भेजा। इसके अलावा जो 7 युवतियां भाग गई हैं उनकी तलाश की जा रही है।
