भोपाल। जेपी अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक अग्रवाल सच को सच लिखने के लिए भी 10 हजार रुपए लेते हैं। लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें एक सच्ची रिपोर्ट देने के एवज में रिश्वत वसूलते अरेस्ट किया। वसूली भी किसी आम गरीब से नहीं बल्कि विधायक के पीएसओ से।
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक विनोद सिंह नेगी एसएएफ की छठवीं बटालियन में हवलदार हैं। वे विधायक सोनकर के पीएसओ हैं। पीएसओ का समय-समय पर मेडिकल होता है। नेगी आैर विधायक जीतू जिराती के पीएसओ विमल शर्मा समेत चार-पांच पीएसओ शनिवार सुबह मेडिकल के लिए जेपी अस्पताल गए थे। नेगी ने बताया कि डॉ. अग्रवाल ने आंखों का परीक्षण किया। सब कुछ सही होने के बाद भी उन्होंने कहा कि आंखें रंग नहीं पहचान पा रही हैं। इसके बाद डॉ. अग्रवाल ने 10 हजार रुपए की मांग की। उनका कहना था कि यदि मैंने गलत रिपोर्ट दी तो तुम्हारी नौकरी भी जा सकती है।
डॉ. अग्रवाल ने जिराती के पीएसओ विमल के जरिए विनोद से बात की। शनिवार रात करीब आठ बजे नेगी रिश्वत के पांच हजार रुपए लेकर उनके घर चिनार फॉरच्यून सिटी पहुंचे। बाकी रकम रविवार को देने की बात कही। जैसे ही डॉ. अग्रवाल ने पांच हजार रुपए लिए लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ उन्हें पकड़ लिया। बताया कि वे मेडिकल रिपोर्ट के 10 हजार रुपए लेते हैं। डॉ. अग्रवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उन्हें मुचलके पर रिहा कर दिया गया।