भोपाल। मध्यप्रदेश की तकनीकी यूनिवर्सिटी में हर कदम पर काला कारोबार नजर आ रहा है। आप जानकर आश्चर्यचकित होंगे कि इस यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को पेयजल के कोई प्रबंध नहीं हैं जबकि यूजीसी के नियमानुसार स्वच्छ जल जिसका टीडीआर 80 हो, पेयजल हेतु उपलब्ध करना शिक्षण संस्थाओं की बाध्यता है।
एक शिकायत में बताया गया है कि स्टूडेंट्स को कैंटीन से पानी की बोतल खरीदकर पीना पड़ता है। आरोप है कि कैंटीन संचालक से सांठगांठ के चलते पेयजल उपलब्धता समाप्त कर दी गई है ताकि लोगों को मजबूरी में पानी खरीदना पड़े। सवाल यह है कि क्या कदम कदम पर रिश्वतखोरी और कमीशनबाजी चल रही है RGPV में।
पढ़िए यह ईमेल जो भोपाल समाचार को RGPV के स्टूडेंट ने भेजा:-
नमस्कार सर मै RGPV का छात्र हूँ। RGPV मध्य प्रदेश की तकनीकी यूनिवर्सिटी है। पूरे मध्य प्रदेश से कई लोग रोज़ यहाँ आयते है इसके आलावा कई छात्र यहाँ पढ़ते है। यहाँ इतनी गर्मी में पीने का पानी नहीं मिलता है छात्र इधर उधर परेशान होते है फिर उन्हें कैंटीन से 15 से 20 रुपये की पानी की बोतल लेनी पढ़ती है और अभी परीक्षाये भी चल रही है और छात्र परेशान हो रहे है।
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