भोपाल। मध्यप्रदेश MPPSC परीक्षा फर्जीवाड़े मामले में एसटीएफ के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। STF ने फर्जीवाड़े के मास्टर माइंड अखिलेश पांडे को बिहार के गया से गिरफ्तार किया है। आरोपी पर 15 हजार का इनाम था और वो बीते एक साल से फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ ने 24 बार दबिश दी थी, लेकिन हर बार वो गच्चा देने में कामयाब रहा था।
अखिलेश पांडे ने एमपी पीएएसी की मुख्य परीक्षा के साथ कई भर्ती परीक्षाओं में भी फर्जीवाड़ा किया है। आरोपी अखिलेश पांडे के तार मध्यप्रदेश, यूपी, हरियाणा, राजस्थान समेत पांच राज्यों से जुड़ रहे हैं। आरोपियों ने मध्यप्रदेश के अलावा भी दूसरे राज्यों में फर्जीवाड़ा किया है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद आगे भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
एसटीएफ ने एक साल पहले एमपी पीएससी द्वारा आयोजित आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों भर्ती परीक्षा मामले में एफआईआर दर्ज की थी. इस मामले के उजागर होने के बाद एसटीएफ ने पीएससी की मुख्य परीक्षा में भी कई आरोपियों पर केस दर्ज किया था. आरोपी अखिलेश पांडे पीएससी की मुख्य परीक्षा के साथ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी भर्ती परीक्षा में भी आरोपी है.
अखिलेश को पकड़ने के लिए एसटीएफ को बिहार, दिल्ली और इलाहाबाद में 24 बार दबिश देनी पड़ी. एसटीएफ ने मंगलवार शाम उसे गया की सीजेएम अदालत में पेश किया. अदालत ने उसे ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया. एसटीएफ की टीम अब उसे भोपाल की अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी.
एसटीएफ को उम्मीद है कि अखिलेश पांडे की गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते है. खासतौर पर पीएससी परीक्षा में जिस तरह गड़बड़ियां हुई है, उससे जुड़े कई कड़ियां अभी जुड़ना बाकी है।