भोपाल। व्यापमं घोटाले में आरोपी और मंडल का असिस्टेंट प्रोग्राम ऑफिसर एसके पटेल ने शुक्रवार को एसटीएफ के समक्ष सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने के बाद एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगी। कोर्ट ने आगे की पूछताछ के लिए पटेल को 15 जून तक रिमांड पर भेज दिया है।
पटेल पर परिवहन आरक्षक भर्ती परीक्षा में उम्मीदवार अनुराग ठाकुर को फर्जी तरीके से पास कराने का आरोप है। इसके अलावा पटले ने व्यापमं की डाटा एंट्री ऑपरेटर परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट स्ट्रॉन्ग रूम से निकालकर गोले लगाए थे। पटेल 6 मार्च से व्यापमं से अवकाश लेकर लगातार गायब था।
एसटीएफ के मुताबिक व्यापमं के पूर्व चीफ सिस्टम एनालिस्ट नितिन महिन्द्रा ने पूछताछ के दौरान बताया था कि परिवहन आरक्षक भर्ती परीक्षा 2012 में भोपाल के बैरसिया निवासी अनुराग ठाकुर को पटेल के कहने पर ही पास किया था। इसके लिए उसने पटेल से रुपए भी नहीं लिए थे। इसके बाद एसटीएफ ने पूछताछ के लिए पटेल को नोटिस भेजा, लेकिन गिरफ्तारी के डर से वह फरार हो गया था।
डाटा एंट्री ऑपरेटर परीक्षा फर्जीवाड़े में भी अहम रोल
महिंद्रा के बयान के मुताबिक व्यापमं की डाटा एंट्री ऑपरेटर परीक्षा 2012 में हुई थी। उस दौरान पटेल ही स्ट्रॉन्ग रूम का प्रभारी था। पटेल ने सूचना के अधिकार में देने के बहाने स्ट्रॉन्ग रूम से ओएमआर शीट निकाली थी। इसके बाद कई उम्मीदवारों की ओएमआर शीट में गोले लगाकर फर्जी तरीके से पास कर दिया था।
होशंगाबाद जिले का है मूल निवासी
करोड़ों की संपत्ति का मालिक होशंगाबाद जिले के गडरिया गांव निवासी पटेल का मासिक वेतन करीब बीस हजार स्र्पए है। सूत्रों के मुताबिक पटेल के नाम पर सिवनी मालवा में दो करोड़ रुपए की कीमत की करीब दस एकड़ जमीन है। भोपाल के हुजूर में 15 लाख स्र्पए और खजूरी कलां में 48 लाख रुपए का मकान है।
पीएमटी 2013 में दो आरोपी रिमांड पर
पीएमटी 2013 में एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश निवासी आरोपी सत्येंद्र सिंह कुर्मी और संतोष कुमार मौर्य को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 18 जून तक रिमांड पर भेज दिया है।