ग्वालियर। प्रदेश के 7 निजी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए डीमेट की परीक्षा 21 जून को है। नए सत्र में निजी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए लाखों रुपए देकर पहले से सीट बुक करने वाले लोग दुविधा में फंसे हैं क्योंकि डीमेट के कॉर्डिनेटर योगेश उपरीत ने एसआईटी के सामने खुलासा किया है यह परीक्षा तो सेटिंग का खेल है। यहां 100 प्रतिशत खेल रिश्वतखोरी का है।
जिसका एडमिशन होना है, उसकी सीट रुपए लेकर पहले ही बुक कर ली जाती है। इसके बाद आंसर सीट के गोले खाली छुड़वा दिए जाते है, जिन्हें बाद में काला कर दिया जाता है। अब सवाल यह है कि क्या इस बार भी परीक्षाओं का हाल यही रहेगा या रिजल्ट ईमानदारी वाले आएंगे। अब जब उपरीत जेल में हैं, डीमेट पर सवाल खड़ा हो गया है तो क्या शासन इस परीक्षा कार्यक्रम को यथावत रखेगा या इसमें कुछ बदलाव किए जाएंगे।
परीक्षा के लिए बन रही है रणनीति
योगेश उपरीत के खुलासे के बाद सरकार भी अलर्ट है। डीमेट की परीक्षा की निगरानी के लिए रणनीति बनाई जा रही है। सरकार व्यवस्था कर रही है कि इस साल आंसर सीट में कोई गड़बड़ी नहीं हो और परीक्षा फेयर हो।