ग्वालियर। डीमेट के कोषाध्यक्ष व कोऑर्डिनेटर योगेश उपरीत के बयानों में हुए घोटाले के खुलासे के बाद चारों ओर सन्नाटा परसा हुआ है। क्या राजनीति और क्या मीडिया कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं जबकि असलियत यह है कि यदि इस मामले में जांच शुरू हो गई तो 5500 फर्जी डॉक्टर सलाखों के पीछे होंगे और इनके साथ जेल जाएंगे कई बड़े अधिकारी, मंत्री और नेतागण। हालात यह है कि सिंघम स्टाइल में न्यायसंगत कार्रवाई का दम भरने वाली एसआईटी भी गुमसुम हो गई है।
डॉक्टर जौहरी के बाद अब तक न तो किसी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है और न ही डीमेट परीक्षा का रिकॉर्ड निगरानी में लेने के लिए कोई कार्रवाई की गई है। इससे डीमेट में गड़बड़ी करने वालों को रिकॉर्ड खुर्दबुर्द करने का पूरा मौका मिल गया है। पिछले 12 घंटे में योगेश उपरीत से कई चरणों में पूछताछ हो चुकी है। वह जो खुलासे कर रहा है, उसे अब सीधे भोपाल भेजा जा रहा है। एसटीएफ प्रभारी एडीजीपी सुधीर शाही के छुट्टी से लौटते ही बुधवार को योगेश उपरीत को भोपाल ले जाया जाएगा।
जबलपुर के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. एमएस जौहरी की बेटी डॉ. ऋचा जौहरी का गोले काले कराकर प्री-पीजी में सिलेक्शन कराने के आरोप में गिरफ्तार योगेश उपरीत ने बुधवार की रात हुई पूछताछ में एसआईटी के सामने डीमेट की परीक्षा में गड़बड़ी होने का खुलासा किया था। योगेश उपरीत ने बताया कि डीमेट 2006 से अस्तित्व में आया है। अब तक डीमेट परीक्षा से जितने भी छात्रों के सिलेक्शन हुए, वह सब गोले काले कर किए गए हैं। इसके एवज में निजी मेडिकल कॉलेज के संचालकों ने अरबों की काली कमाई की है।
भोपाल ने चुप्पी साधी
एसआईटी ने योगेश उपरीत के खुलासे की जानकारी एसआईटी हेडक्वार्टर के माध्यम से सरकार तक पहुंचा दी है। इस खुलासे के 3 दिन बाद भी भोपाल में बैठे अधिकारी डीमेट में हुई गड़बड़ी को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं।
रिकॉर्ड भी नहीं किया जब्त
योगेश उपरीत के खुलासे के बाद एसआईटी ने अब तक डीमेट का रिकॉर्ड भी जब्त नहीं किया है। न ही किसी के खिलाफ कोई मामला दर्ज किया है। एसआईटी को कार्रवाई के लिए सरकार से हरी झंड़ी का इंतजार है। इन 3 दिनों में डीमेट परीक्षा की गड़बड़ी से जुड़े लोगों को रिकॉर्ड खुर्दबुर्द करने का मौका मिल गया।
सरकार भी चुप, कांग्रेस भी चुप
डीमेट में कई बड़े लोगों की गर्दन फंसी होने के कारण सरकार भी डीमेट को लेकर चुप्पी साधे हुए है। शुरू शुरू में नेताप्रतिपक्ष ने प्रेस कांफ्रेंस ली थी, लेकिन इसके बाद कटारे भी चुप हो गए। पता नहीं कौन किसका इंतजार कर रहा है।
दोस्त भी हिरासत में
योगेश उपरीत के माध्यम से डॉ. ऋचा जौहरी का प्री-पीजी में सिलेक्शन कराने वाले विनय श्रीवास्तव को भी एसआईटी ने हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।