पथरिया। पथरिया से किन्द्रहो और जेरठ मार्ग निर्माण होने पर अभी डेढ माह भी नहीं गुजरा और सडक की स्थिति इतनी बत्तर हो गई है कि इंजीनियरों का अभी से आना जाना शुरू हो गया है और अधिकारी भी इस भ्रष्टाचारी की जांच को लेकर सोचने पर मजबूर हो गऐ हैं।
सडक की गटटी अभी से निकलने लगी है WMM की मोटाई पूर्ण नहीं की गई जो कि 55 इंच की जानी थी लेकिन करीब 30 इंच की मोटाई ही की गई हेै। डामर की मोटाई 35MM के करीब रखी गई है जो कि 75MM होनी चाहिऐ थी। जिस कारण नवनिर्मित सडक बैठ रही है और गटटी भी उखडने लगी है। कई जगह ठेकेदार द्वारा सडक में थेगरे लगाकर मामले को साधने का प्रयास किया जा रहा है एवं सडक निर्मित होने के तत्काल बाद जब कई जगह गटटी केा उखडते देखा तो उपर से डामर की परतें चढाकर सडक निर्माण मे लीपापोती करने का प्रयास भी किया गया।
निर्माण एजेन्सी PWD द्वारा निर्माण करवाया गया है जो कि सडक दम तोडती दिखाई दे रही है। जिसका ना तो बेस दिखाई दे रहा है और ना गुणवत्ता लोग समझ ही नही पा रहे कि आखिर सडक निर्माण कि बैसमेन्ट क्या है किस हिसाब से बनाई जा रही है मिटटी मुरम के उपर सीधे जीरा गिट्टी की डामरी परत चढाई जा रही है जो बनने के पहले ही उखडने लगी।
पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा पथरिया क्षेत्र मे लगातार अनेक वर्षो से घटिया निर्माण कराया जा रहा है लेकिन यह बात अधिकारियों और इंजीनियरों को ज्ञात होने के बावजूद भी कार्यावाही एवं सडक रिजेक्ट न होेना शंका का विषय बना हुआ है।