PMT SCAM: हर आरोपी की गिरफ्तारी पर 60 हजार खर्चा

रामेंद्र परिहार/ग्वालियर। पीएमटी फर्जीवाड़े के हर अपराधी की गिरफ्तारी लगभग 60 हजार स्र्पए की पड़ी है। ग्वालियर एसआईटी ने एक साल में सवा दो करोड़ रुपए खर्च कर 370 आरोपी छात्र, दलाल, सॉल्वर व उनके अभिभावकों को पकड़ा है। यहां एसआईटी में कुल 42 पुलिस अधिकारी व जवान है।

लगभग 2 करोड़ इनका साल भर का वेतन हो जाता है और 25 लाख स्र्पए जुटाए संसाधनों पर खर्च हुआ है। आरोपियों की तलाश और गिरफ्तारी में गए स्टाफ का टीए-डीए इसी में शामिल है। अभी लगभग 80 आरोपियों की गिरफ्तारी शेष है। इनको 15 जुलाई तक गिरफ्तार करना है। इसके मद्देनजर एसआईटी ने और स्टाफ मांगा है।

खर्चे का आकलन ऐसे किया
कुल 42 की स्टाफ संख्या वाली एसआईटी टीम पीएमटी मामले की विवेचना के अलावा कोई दूसरा काम नहीं कर रही है। यानी इनके वेतन-भत्ते पूरी तरह इसी खर्चे में जुड़ रहे हैं। टीम का नेतृत्व एक एएसपी कर रहे हैं। बाकी टीम में 4 सीएसपी, आधा दर्जन टीआई और 30 इससे नीचे के कर्मचारी हैं।

पुलिस विभाग सूत्रों के अनुसार टीआई रैंक के अधिकारी को 45 हजार, एसआई को 40 हजार, एएसआई को 36 हजार व हवलदार व सिपाही को 32 हजार के अनुमानित वेतन मिलता है। इसलिए पूरी टीम का औसत वेतन 40 हजार स्र्पए लगाकर मासिक वेतन खर्च 16-17 लाख निकलता है। इस हिसाब से पूरे साल का लगभग 2 करोड़ स्र्पए।

4 अतिरिक्त वाहन एसआईटी के पास
एसआईटी की टीम को आरोपियों को पकड़ने व न्यायालय में पेश करने के साथ-साथ साक्ष्य जुटाने के लिए 4 फोरव्हीलर वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। ये वाहन ट्रेवल एजेंसी से किराए पर लिए गए हैं। इसके अलावा कहीं आने-जाने पर जवानों का टीए-डीए अलग से बनता है। यह खर्च सालभर का लगभग 25 लाख स्र्पए है।

जेब से भी हो जाता है खर्च
एसआईटी को आरोपियों की तलाश में यूपी के विभिन्ना जिलों के अलावा देशभर में अलग-अलग स्थानों पर दबिश देने के लिए जाना पड़ रहा है। इसलिए शहर से बाहर दबिश पर जाने वाली टीम के अधिकारी व जवान भी परेशान हैं। नाम कोड नहीं करने की शर्त पर एसआईटी के एक अधिकारी ने बताया कि इस आवाजाही में हर माह उनकी जेब से 5 से 7 हजार रुपए खर्च हो जाते हैं। शासन से जो टीए-डीए मिलता है, वह नाकाफी होता है। कई बार तो उन्हें महीने में 8 से 10 दिन तक शहर से बाहर रहना पड़ता है, जिसकारण काफी पैसा खर्च हो जाता है।

लगभग 80 आरोपी बचे
अब तक पीएमटी से जुड़े 350 के लगभग आरोपी पकड़े जा चुके हैं। 80 के लगभग और पकड़े जाने हैं। पकड़े गए आरोपियों में 70 के लगभग इनामी हैं। एसआईटी पर होने वाले खर्च का आकलन मैं नहीं करता हूं।
वीरेंद्र जैन, एएसपी व प्रभारी एसआईटी

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