भोपाल। लोकायुक्त पुलिस से बचने के लिए भोपाल पुलिस के अधिकारी इन दिनों ऐजेंट नियुक्त करने लगे हैं। लोकायुक्त की छापामार कार्रवाई में ऐसा ही एक ऐजेंट दबोच लिया गया। ये ऐजेंट पुलिस अधिकारी के लिए रिश्वत वसूली एवं सेटलमेंट के मामले देखता था और खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताया करता था।
जानकारी के मुताबिक बैरागढ़ एसडीएम कार्यालय में एएसआई राजपूत की ड्यूटी है लेकिन वह बैरागढ़ थाने में पदस्थ है। उसने अपनी मदद के लिए संजय सिंह नामक युवक को रखा है। संजय सिंह अपने आपको क्राइम ब्रांच का कर्मचारी बताता है। बैरागढ़ के एक व्यापारी का मकान का विवाद था जिसे निपटाने के लिए उसने एएसआई से मुलाकात की थी।
व्यापारी के मुताबिक एएसआई ने उससे विवाद निपटाने के लिए दस लाख रुपए की मांग की थी जिसमें वह पांच लाख रुपए दे भी चुका है। शेष राशि के लिए वह लगातार दबाव बना रहा था। उसने अपने मध्यस्थ संजय सिंह को आज 50 हजार रुपए की राशि लेने भेजा था जिसके बारे में व्यापारी ने लोकायुक्त पुलिस को पहले ही बता दिया था। संजय सिंह को लोकायुक्त पुलिस ने रंगेहाथों दबोच लिया।