भोपाल। अब आपको शराब खरीदना है, तो घर में शौचालय बनवाना ही होगा। अगर ऐसा नहीं किया तो शराब की लत भूल ही जाओ, क्योंकि अब घर में शौचालय होगा तो ही शराब मिलेगी।
ये विचित्र पहल लोगों को स्वच्छ भारत अभियान से जोड़ने के लिए की गई है। इसकी शुरुआत भी कर दी गई है। सबसे पहले इसे लागू किया गया है हरदा जिले में। वहां की सीईओ एस प्रिया मिश्रा ने ही यह पहल की है। मौका था स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत सागर में आयोजित कार्यशाला का, जिसमें पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव भी शामिल थे। उन्होंने कहा प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन को मर्यादा अभियान नाम दिया है।
पड़ोसी देश का उदाहरण
उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्रों में अभी मात्र 23 से 24 प्रतिशत शौचालय हैं। शहरी क्षेत्र में भी 22 फीसदी लोग शौचालय का उपयोग नहीं करते हैं, जबकि बांग्लादेश जैसे छोटे देश की स्थिति भी हमसे बेहतर है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी देश-भक्ति ही है। उन्होंने अभियान में महिलाओं, बुजुर्गों, बच्चों तथा सेवानिवृत्त व्यक्तियों और पूर्व सैनिकों को जोड़ने का सुझाव दिया।
यहां धर्मगुरुओं की मदद
पश्चिम बंगाल के नादिया जिले को पूरी तरह से खुले में शौच की बुराई से मुक्त करने और शत प्रतिशत आबादी के लिए शौचालयों की व्यवस्था के बारे में एडीएम दीपांजन भट्टाचार्य ने बताया उन्हें इस काम में धर्म गुरुओं की मदद ली। जुमे की अजान, मंदिर व चर्च में जाकर लोगों को शौचालय बनाने और उपयोग करने का मैसेज दिया गया।
कलेक्टर और सीईओ करेंगे पुरस्कृत
स्कूल शिक्षा के अपर मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने कहा 30 जून तक प्रदेश के स्कूलों में करीब 50 हजार शौचालय का निर्माण हो जाएगा। इस बार स्कूल चलो अभियान के साथ शाला स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा। दोनों अभियान में जिस जिले के कलेक्टर एवं सीईओ द्वारा अच्छा कार्य किया जाएगा। उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। 20 जून तक कार्य पूरा करने वाले को ए वर्ग एवं 30 तक काम पूरा करने वाले अधिकारी को बी वर्ग में रखा जाएगा।
