नदी बचाने मय दलबल पैदल निकल पड़े कलेक्टर

शाजापुर। सालों पहले अस्तित्व खो चुकी चीलर नदी को संवारने के लिए अब कलेक्टर राजीव शर्मा ने खुद बीड़ा उठाया है। नदी गहरीकरण व सौंदर्यीकरण के लिए कलेक्टर ने अपने स्तर से ही फंड जुटाने का निर्णय भी लिया है। इसे लेकर बुधवार अलसुबह 5.30 बजे प्रशासनिक अमले के साथ वे चीलर नदी पर पहुंचे। 2.30 घंटे में करीब साढ़े 6 किमी पैदल चलकर उन्होंने कार्ययोजना तैयार की।

कलेक्टर शर्मा ने बताया चीलर नदी शहरवासियों की जीवन रेखा है, लेकिन गंदे नालों का पानी मिलने के कारण इस नदी की पवित्रता खत्म हो रही है। बदबू और गंदगी के चलते लोग नदी के पास जाने से भी कतराते हैं। मैं जब भी इस नदी के पुल से गुजरता हूं तो मेरे मन में सिर्फ यही सवाल उठता है कि कैसे मैं इस नदी को संवार सकूं। इसी सवाल का जवाब ढूंढने के लिए मैं बुधवार सुबह करीब 5.30 बजे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ चीलर नदी पर पहुंचा।

नदी को करीब से जानने का प्रयास किया। हमने चीलर डेम से चीलर नदी के अंतिम छोर बादशाह पुल तक पैदल सफर किया और चीलर को संवारने के लिए तमाम जरूरी बातों पर गंभीरता से विचार किया। इस दौरान सीएमओ केएल सुमन, नायब तहसीलदार हर्षविक्रम सिंह, होमगार्ड डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट राजेंद्र जैन, कंपनी कमांडेंट विक्रम मालवीय आदि मौजूद थे।

अतिक्रमण हटाकर सीमांकन होगा
कलेक्टर ने एसडीएम लक्ष्मी गामड़ व तहसीलदार राजेश सिंह से नदी किनारे हुए अतिक्रमण की जानकारी ली। तहसीलदार ने बताया नदी किनारे कई किसानों ने अवैध तरीके से अतिक्रमण कर भूमि पर कब्जा कर रखा है। इस पर कलेक्टर ने सीमांकन कराकर तत्काल अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए।

पानी इतना साफ हो कि लोग मुंह धो सके
नदी का वर्तमान स्वरूप देखें तो यह गंदगी, जलकुंभी और बदबू से पटी पड़ी है। लोग इसके करीब से गुजरना भी पसंद नहीं करते, लेकिन अब यह प्रयास रहेगा कि नदी में शहर के गंदे नालों का पानी नहीं मिलने देंगे। साथ ही इसके पानी को इतना स्वच्छ और निर्मल रखेंगे कि लोग इस पानी से मुंह धो सकें।

डेम पर बेहतर व्यवस्थाएं होंगी
कलेक्टर ने बताया चीलर डेम पर मोटर बोट व फ्लोटिंग जेटी अभी खाली पड़ी है। यहां पानी की कमी के चलते लोगों की आवाजाही भी कम हो गई है। प्रयास रहेंगे कि यहां की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाकर लोगों के लिए पिकनिक स्पॉट तैयार करें, ताकि लोग परिवार के साथ यहां आकर वक्त बिता सकें।

नदी के दोनों किनारों पर बनेंगे पक्के घाट
नदी के किनारों पर जो घाट पूर्व से बने हैं, वे सभी जर्जर हो चुके हैं। इन घाटों की जगह नए घाट बनाए जाएंगे। वहीं कुछ ऐसी जगह भी चिह्नित की गई हैं, जहां चौपाटी तैयार की जा सके, ताकि यहां शाम के वक्त लोग टहलने आ सकें और लजीज व्यंजनों का लुत्फ ले सकें।

हरियाली बढ़ाने के लिए कराएंगे पौधारोपण
कलेक्टर शर्मा ने बताया जंगल के बगैर नदी अधूरी ही रहती है। निरीक्षण के दौरान कई स्थान चिह्नित किए हैं, जहां पौधारोपण करवाएंगे। इससे हरियाली भी बनी रहेगी और नदी का सौंदर्य भी बढ़ जाएगा।

हमारे पास सिर्फ एक माह का समय
कलेक्टर ने बताया चीलर नदी के गहरीकरण और उसे जलकुंभी से मुक्ति दिलाने के लिए सिर्फ एक माह का समय बचा है। क्योंकि एक माह बाद बारिश शुरू हो जाएगी। ऐसे में जेसीबी और पोकलेन से गहरीकरण व जलकुंभी हटाने का काम मुश्किल हो जाएगा। हालांकि काम शुरू करने के लिए हमें फंड की जरूरत है, जिसके लिए मैं प्रयासरत हूं। इस संबंध में शहरवासियों, जनप्रतिनिधियों और शासन-प्रशासन से भी चर्चा की जा रही है।

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