ग्वालियर। मप्र पुलिस के सब इंस्पेक्टर घनश्याम नागर का बेटा डाकू बन गया है। उसन अपना गिरोह बना लिया है। गिरोह में 5 से ज्यादा सदस्य हैं, जिनके पास हथियार भी हैं। यह गिरोह एक ठेकेदार के यहां डाका डालने जा रहा कि तभी पकड़ा गया।
उपनगर मुरार के हुरावली स्थित हनुमान मंदिर के पास नाले के पीछे कुछ लोग छिपकर बैठे थे। इन लोगों पर एक राहगीर की नजर पड़ी। युवकों की गतिविधियां संदिग्ध नजर आने पर राहगीर ने मामले की सूचना मुरार थाना पुलिस को दी। जिस पर मुरार थाना पुलिस ने बुधवार रात करीब 11 बजे बदमाशों की घेराबंदी कर दी। पुलिस को देख बदमाशों में भगदड़ मची, लेकिन 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। प
कड़े गए युवकों की तलाशी ली तो उनके पास से पिस्टल, कारतूस, कटर व मास्टर चाबी और गुच्छा मिला है। पकड़े गए बदमाशों की पहचान दीपू नागर, बागा उर्फ विपिन जाटव, निवासी नदीपार टाल, महुआ उर्फ जसवंत जाटव निवासी हाथीखाना, बारा उर्फ वासुदेव जाटव निवासी मुरार, मुन्नी उर्फ मुकेश जाटव निवासी मुरार के रूप में हुई है। पूछताछ में पता लगा है कि यह हुरावली इलाके में रहने वाले ठेकेदार भगवान सिंह गुर्जर के घर डकैती डालने की प्लानिंग कर रहे थे। इनके खिलाफ डकैती के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है।
दीपू ने खुद को बताया एसआई का बेटा
पकड़े गए गिरोह के सरगना दीपू नागर ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसके पिता घनश्याम दास नागर कैलारस (मुरैना) में सब इंस्पेक्टर हैं। दीपू के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं। वह अपने पिता को एसआई बता रहा है, इसकी पुलिस जांच कर रही है।
चोरी की वारदातों का हो सकता है खुलासा
पकड़ा गया गिरोह नकबजन गिरोह है और उसके पास से चाबियों का गुच्छा भी मिला है। पुलिस इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। शहर की कुछ चोरियों का खुलासा होने की संभावना है।