राजेश निगम/लवकुशनगर/छतरपुर। यदि हर घर में प्रमोद कुशवाहा जैसी सकारात्मक सोच रखने वाले बेटे पैदा हो जाएं तो दहेज़ के दानवों को आसानी से पटकनी दी जा सकती है। वर प्रमोद ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना को एक अनूठी योजना के रूप में समाज के सामने रखते हुए मिसाल कायम की है। जिससे उसकी जितनी सराहना की जाय कम है। महज चौथी कक्षा तक पढ़े प्रमोद ने अपने ससुर से दहेज़ में शराब न पीने की शपथ ली। जब लड़की के पिता ने शराब छोड़ने का वचन दे दिया तभी उसके बाद शादी की शेष रस्मे निभाई गयी।
जनपद पंचायत लवकुशनगर के उत्कृस्ट विद्यालय में सोमवार को हुए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अन्तर्गत 110 सामूहिक विवाह हुए। इसी सम्मलेन में ग्राम पंचायत मुड़ेरी के खिल्लू कुशवाहा की बेटी क्रान्ति कुशवाहा का विवाह ग्राम हरद्वार के उमराव कुशवाहा के बेटे प्रमोद कुशवाहा के साथ हुआ। इस विवाह में स्वयं जनपद पंचायत के सीईओ डीआरएस राणा ,पंचायत इन्स्पेक्टर आर पी निगम सहित भाजपा नेता त्रिलोक सिंह ,अनिरुद्ध सिंह ,ने वर वधू को आशीर्वाद प्रदान किया। सम्मलेन में अग्नि को साक्षी मानकर क्रान्ति को अपना जीवन साथी स्वीकार कर लिया लेकिन शादी की बाकी रस्में संपन्न होने का नंबर आया तो प्रमोद ने दहेज़ की माँग की। प्रमोद की माँग भी चौकाने वाली थी। उसने वधू क्रान्ति के पिता खिल्लू कुशवाहा से कहा कि जब तक दहेज़ में वे शराब छोड़ने का वचन नहीं देते। तब तक वह शादी की बाकी रश्मों में शामिल नहीं होगा। शराब के आदि खिल्लू के लिए यह दहेज़ अन्य सचमुच बहुत बड़ा था।
इस अनोखे विवाह की रश्मे एलआईसी कार्यालय के पास लगे पेड़ की छाँव हो रही थी। प्रमोद कुशवाहा की यह माँग सुनकर एलआईसी शाखा प्रबन्धक एके त्रिवेदी और डीओ आरके सिंह भी विवाह स्थल पहुँचे। और खिल्लू को समझाया। ससुर खिल्लू ने भी दामाद की बात पर राजी हो गया और शराब ना पीने का वचन दे दिया। बस फिर क्या था धूम-धाम से शादी की शेष रश्मे हुयी। और विदाई के रूप में एलआईसी अधिकारियों ने खुद क्रान्ति की गाँठ बाँधी और खुशी-खुशी विदा किया।
