रामजी मिश्र/सीतापुर। अखबारों में प्रकाशित खबर की रंगत से ब्रम्हावली गांव की तस्वीर ही बदल गई। जिन समस्याओं के समाधान में विद्युत विभाग के एक से एक आला अधिकारी रूचि लेना उचित नहीं समझ रहे थे वह विभिन्न समाचार पत्रों पर प्रकाशित होते ही आनन फानन में सुधर गईं। पूरे विभाग में खलबली मच गयी।
आपको बतातें चले कि मामला उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के ब्रम्हावली गाँव का है। विद्युत विभाग ने ब्रम्हावली गाँव को अपने कारनामों से त्रस्त कर रखा था। हालांकि स्थानीय लोगों के अनुसार विभाग से कई बार अनुरोध किया गया लेकिन कोई सुधार नहीं हो सका। लोगों की समस्याओं पर अठ्ठाइस अप्रैल को कुछ अखबारों ने जनहित में विभिन्न शीर्षकों के साथ प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरा नतीजा यह हुआ पूरा विभाग सकते में आ गया। विभाग के अधिकारियों ने लोगों की आवाज दबाने के लिए गाँव को दी जा रही महज एक या दो घंटे की बिजली भी बंद कर दी। इधर लोगों ने बिजली विभाग के इस बदले की भावना से किये गए कार्य की जमकर निंदा की। यहाँ की जनता को किसी नेता या अधिकारी ने कोई मदद नहीं की। इधर मीडिया ने खबर का पीछा करते हुए कई बार खबर पर प्रकाश डाला।
खबर के प्रकाशन के बाद विभाग के जिम्मेदारों की हलक सूखते नजर आई। देखते ही देखते ट्रांसफार्मर के आस पास न सिर्फ फेंसिंग कर दी गयी बल्कि जर्जर तारों को भी फ़ौरन बदल दिया गया। पोरा विभाग मीडिया में आती खबरों को देख सक्रीय हो गया। विभाग ने पूरी ताकत झोंकते हुए तत्काल विभाग की ओर से खड़ी समस्याओं के समाधान पर काम शुरू कर दिया। यह काम खबरों के निकलते ही बहुत तेजी के साथ हुआ। और तो और अधिकारियों के तेवर और स्वर ही बदल गए। इस सम्बन्ध में तैनात जे ई एस आर सैनी बार बार यहाँ पर स्थिति का जायजा लेने आने लगे। रात रात को लाइन मैन व अन्य कर्मचारी काम में जुटे नजर आते रहे।
मामले पर जे ई एस आर सैनी का कहना है कि फिलहाल बिजली ओवर लोड के कारण नहीं दी जा रही थी जिसे जल्द एक से दो दिन में ठीक करा लिया जाएगा। अधिशाषी अभियंता आर बी यादव ने बताया कि वह पहले ही जिलाधिकारी लाल बिहारी के पास फ़ाइल पर हस्ताक्षर करवा कर शक्ती भवन को भेज चुके हैं। श्री यादव ने बताया कि बिजली न मिल पाने की समस्या उनके संज्ञान में है जल्द ही इसे दूर कर दिया जाएगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल एक या दो दिन अभी सप्लाई में सुधार होने में टाइम लगेगा फिर यह निर्धारित शेड्यूल के तहत दी जायेगी। यादव ने कहा बिजली में सुधार प्राथमिकता है और ब्रम्हावली के प्रकरण में वह स्वतः जल्द ही समस्याओं के निस्तारण की जांच करने जल्द ही पहुंचेंगे।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि उक्त गाँव नेरी पॉवर हाउस के बड़ागाव फीडर पर पड़ता है। विद्युत सप्लाई में सुधार होने से ब्रम्हावली गाँव के अतिरिक्त इस फीडर पर पड़ने वाले सभी गाँवों को मिलेगा। ब्रम्हावली गाँव के आशीष त्रिवेदी बताते हैं कि उन्होंने अखबारों में जब विद्युत विभाग के कारनामों की खबरे देखी तो उन्हें सुधार की पूरी उम्मीद हो गई थी। गाँव के युवाओं सहित सभी वर्गों ने मीडिया की न सिर्फ प्रशंशा की बल्कि इस प्रकार की मीडिया की सख्त जरुरत है यह भी कहा। उक्त गाँव के अंकुर, अनूप, मनीष, आदर्श, उमंग, विनय उर्फ़ छुल्ली, दुर्वाशा, विजय प्रकाश आदि लोगों ने विभिन्न अख़बारों में प्रकशित प्रकरण पर ख़ुशी व्यक्त करते हुए मुद्दे को उठाने वाले सभी अखबारों को धन्यवाद कहा। अखबारों की जनहित की जंग आखिरकार भ्रष्ट अधिकारियों के तेवरों पर भारी पड़ीं। अकबर इलाहाबादी की यह पंक्तियाँ अखबारों की मुहीम पर आज लोगों को चरितार्थ नजर आ रहीं हैं "खींचो न कमानो न तलवार निकालो, जब तोप मुक़ाबिल हो तो अखबार निकालो"।
भोपाल समाचार में सबसे पहले उछला था मुद्दा
जनहित से जुड़े इस मामले को सबसे पहले भोपाल समाचार ने तवज्जो देते हुए उठाया। उसके बाद यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और लोकल मीडिया को भी इस पर ध्यान देना पड़ा। वो खबर जो सबसे पहले भोपाल समाचार में प्रकाशित हुई पढ़ने के लिए क्लिक कीजिए