भोपाल। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में एक और आरोपी की छत्तीसगढ़ के कांकेर में संदिग्ध हालत में मौत हो गई। विजय सिंह पटेल नामक इस व्यक्ति की मौत के बाद इस मामले में अब तक सात आरोपियों की मौत हो चुकी है।
इससे पहले मध्यप्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे और मामले के आरोपी शैलेष यादव की भी रहस्यमय स्थिति में लखनऊ में मौत हो गई थी। कांकेर की होटल में हुई इस घटना को लेकर विजय के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। कांकेर पुलिस को 28 अप्रैल को कांकेर की बस्तर होटल से संदिग्ध अवस्था में लाश मिली। विजय मूलतः रीवा का रहने वाला था और शाजापुर में फार्मासिस्ट के पद पर पदस्थ था।
परिजनों के मुताबिक 16 अप्रैल को पत्नी से वह भोपाल जाने की बात कहकर रवाना हुआ था। इसके बाद से मोबाइल बंद होने के कारण पत्नी रीना का विजय से संपर्क नहीं हो सका। विजय को एसटीएफ तीन मामले में गिरफ्तार कर चुकी थी। इसके बाद उसकी जमानत भी हो गई थी। जबकि एक मामले में उसे एसटीएफ ने पूछताछ के लिए नोटिस दिया हुआ था। कांकेर पुलिस ने फिलहाल मामला जांच में होने की बात कही है।
व्हिसिल ब्लोअर को ट्रक ने मारी टक्कर
उल्लेखनीय है कि व्यापमं घोटाले की गवाह प्रशांत पांडे की कार को इंदौर में बायपास पर एक ट्रक ने टक्कर मार दी। दुर्घटना में प्रशांत पांडे, पत्नी और अन्य परिजनों को चोटें आई हैं। पांडे ने ट्रक चालक पर जान से मारने की कोशिश का आरोप लगाया है।