सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। यहां उजागर हुए एक घोटाले में वाहन चोर माफिया और आरटीओ अधिकारियों के गठबंधन के सबूत मिले हैं, पुलिस अपने स्तर पर जांच कर रही है परंतु अब यह मामला बालाघाट की सरहदों से बाहर निकलता जा रहा है। जांच में पता चला है कि इसका कनेक्शन मप्र/छग के अलावा महाराष्ट्र से भी है और नागपुर, रायपुर, छिंदवाड़ा, इंदौर, उज्जैन सहित 40 जिलों में माफिया का नेटवर्क एक्टिव है। यह एक बड़ा घोटाला है। माफिया पॉलिटिकल प्रेशर यूज कर रहा है। देखना रोचक होगा कि क्या इस घोटाले की पूरी जांच ईमानदारी से हो पाती है।
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय बालाघाट में पदस्थ प्रभारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी रामदास दक्ष लिपिक रामप्रकाश गौंड तथा आरटीओ एजेन्ट पप्पु शर्मा की गिरफ्तारी के बाद की गई पूछताछ एवं परिवहन कार्यालय के दस्तावेजों की छानबीन के दौरान जिन तथ्यों का खुलासा हो रहा है उनसे यह प्रतीत होता है कि आरटीओ विभाग के अधिकारी कर्मचारियों तथा एजेन्टों का एक गिरोह सक्रिय है जिसके तार प्रदेश के अन्य जिलों से भी जुडे हुये हैं जो फर्जी दस्तावेंजों के आधार पर चोरी किये गये वाहनों का पंजीयन करवाने में सक्रिय हैं।
जानकारी देते हुये पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी ने अवगत कराया की तात्कालिक छानबीन में ऐसे 28 मामले प्रकाश में आये हैं जिनका फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वाहनों का पंजीयन किया गया। इनके बारे में आशंका है कि ये वाहन चोरी के हैं। उन्होने यह भी अवगत कराया की यह आंकडा 50 तक भी पहुंच सकता है तथा इस फर्जीवाडे से जुडे लोगों को शीघ्र गिरफ्तार किया जायेगा।
श्री तिवारी ने यह भी अवगत कराया कि विगत वर्ष सन 2013,14,15 कि अवधि में बालाघाट से जारी एनओसी एवं अन्य राज्यों से प्राप्त एनओसी के आधार पर कराये गये पंजीयन से चल रहे लगभग 1200 वाहनों का भौतिक सत्यापन कराया जायेगा जिनका बालाघाट जिले में चलाया जाना दर्शाया गया है। इन वाहनों के सत्यापन हेतु पूरे जिले में अलर्ट जारी कर दिया है प्रत्येक थाना क्षेत्र के आधार पर उस क्षेत्र में चल रहे वाहनों का भौतिक सत्यापन कर 1 सप्ताह में अपनी रिपोर्ट भेजने का थाना प्रभारियों को निर्देष दिया गया है।
प्रतिदिन की रिपोर्ट मुख्यालय में भेजे जाने के भी निर्देष दिये गये हैं। श्री गौरव तिवारी ने बताया की उज्जैन जिले के महिदपुर थाना क्षेत्र में बालाघाट पासिंग का एक ट्रक एम.पी. 50एच1081 जांच के दौरान पकडाया गया है जिसके इंदौर से चोरी होने की जानकारी प्राप्त हुई है। उसके सूत्र भी बालाघाट से जुडे हुये हैं। उन्होने बताया कि नागपुर रायपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों से भी उन्हे ऐसे फर्जीवाडे कर वाहनो का पंजीयन किये जाने की जानकारी प्राप्त हो रही है। उन्होने कहा कि इस तरह एक बडे रैकेट के सक्रिय होने और उसकी जांच में चैकाने वाले तथ्यों का षीघ्र खुलाषा किया जा सकता है।