भोपाल। स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन और राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्य कर रहे अधिकारी-कर्मचारी इन दिनाें परेशान हैं। इन अधिकारियों-कर्मचारियों को पिछले 3 महीनों से वेतन नहीं मिला है। वेतन मिलने के आश्वासन ही उन्हें मिल रहे हैं। ऐसे में उनकी परेशानी बढ़ती जा रही है।
दरअसल राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन, राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन को संयुक्त रूप से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन या एनएचएम नाम दिया गया है। इसके तहत सीएमएचओ कार्यालय सहित सभी जिलों में तीन दर्जन अधिकारियों की पदस्थापना है। इसके अलावा औसतन दो सैकड़ा से अधिक कर्मचारी प्रत्येक जिले में विभिन्न पदों में पदस्थ हैं। इन सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को जनवरी 2015 से वेतन मिलना बंद हो गया था। हालत तो यह है कि जनवरी के बाद फरवरी में उन्हें दो महीने का एक साथ वेतन देने के लिए कह दिया गया।
अब फरवरी के बाद मार्च का महीना निकल गया और आधा अप्रैल माह निकल गया है, लेकिन उन्हें वेतन नहीं मिल पा रहा है। इसका कारण एनएचएम के लिए बजट स्वीकृत नहीं होने की बात कही जा रही है।
छतरपुर में एनएचएम के डीपीएम टीएस बरैया कहते हैं कि जिलास्तर पर एनएचएम में बजट बेहद कम है। शासन से बजट की मांग की गई है। यह बजट मिलने के बाद ही सभी को वेतन मिल सकेगा।
