IGNOU-AISECT ने बर्बाद कर दिया 16000 बेरोजगारों का भविष्य

भोपाल। DELED के परीक्षा परिणामों का इंतजार कर रहे 16000 बेरोजगार युवाओं की आखों के सामने अंधेरा छाया हुआ है। यहां संविदा शाला शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू होने वाली है और वहां 16000 स्टूडेंट्स का रिजल्ट तक ओपन नहीं किया गया। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद IGNOU ने आश्वस्त किया था कि 31 मार्च 2015 तक रिजल्ट अनाउंस कर दिया जाएगा लेकिन अब तो 15 अप्रैल बीत गया। रिजल्ट का पता तक नहीं है।

पढ़िए 16000 स्टूडेंट्स का दर्द बयां करता यह खुलाखात जो भोपाल समाचार डॉट कॉम को मंदसौर के पीड़ित स्टूडेंट दशरथ दास बैरागी ने भेजा :—

प्रति,
संवाददाता महोदय
भोपाल समाचार
भोपाल (मप्र)
विषय:- इग्नु/आईसेक्ट द्वारा डी.एल.एड.डिप्लोमा रिजल्ट नही देने बाबत् ।

महोदय,
मैने जुलाई 2011 में आईसेक्ट स्टडी सेन्टर के माध्यम से इग्नु विश्वविद्यालय दिल्ली में डी.एल.एड. पाठ्यक्रम हेतु मैने पंजीयन कराया था। जिसका पंजीयन नंबर 115323596 इग्नु की वेबसाईट पर डीएलएड हेतु पंजीकृत है। मेरे साथ 16000 छात्र भी है। इस परीक्षा के पेपर जून-2012 में होने थे, जो जून-2013 में कराये गये जिस कारण हमारा जो डिप्लोमा जून-2013 में पूर्ण होना था, वो नही हो पाया। प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा जून-2013 में डीएलएड के पेपर हुए थे। उस परीक्षा का रिजल्ट आज दिनांक तक नही आया और ना ही अगली परीक्षा की जानकारी दी जा रही है। जबकि कई बार हमारे द्वारा जानकारी चाही गई पर विश्वविद्यालय किसी भी प्रकार की जानकारी नही दे रहा है। आईसेक्ट सेन्टर पर जाते है, तो भोपाल बात करता हूॅं कहते है और आईसेक्ट भोपाल से जानकारी लेते है, तो हम क्या करे ?

इग्नु जबलपुर में मोबाईल नंबर 917612600411 पर बात की तो गोलमाल जवाब देकर कहते है कि समय खराब मत करो। ये सेन्टर बंद कर दिए गए है। अन्य विश्वविद्यालय से डिप्लोमा कर लो, कही से भी स्पष्ट जानकारी नही मिल पा रही है। हमने मंदसौर सांसद महोदय सुधीर गुप्ताजी को भी हमारी समस्या से अवगत कराते हुए आवेदन दिया, उन्होनें मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी को आवेदन से हमारी समस्या अवगत कराकर कहा कि जाॅंच चल रही है। उनके हस्तक्षेप से ही इग्नु विश्वविद्यालय से हमारे पास फोन नं. 011-29532088 से फोन आया था कि आपका रिजल्ट मार्च 2015 तक आ जाएगा और इस प्रकार 16000 सभी छात्रों का भविष्य अंधकार में है।

हम छात्रो के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार क्यो किया जा रहा है। हम छात्रो का सही जानकारी क्यो नही दी जा रही है, जबकि प्रथम सेमेस्टर परीक्षा के पहले ही दोनो सेमेस्टर की फीस 15000 रूपये जमा करा ली गई थी। हम में से कई छात्र ऐसे है जो डिप्लोमा न मिल पाने के कारण संविदा शाला शिक्षक वर्ग -3 की भर्ती से वंचित होना पड़ा, जिसमें मैं स्वयं भी हूॅ।

कई छात्र अत्यधिक उम्र होने से शासकीय सेवा से वंचित होने की कगार पर है। विश्वविद्यालय वाले कहते है कि कोर्ट में केस चल रहा है परंतु हम 16000 छात्रों को कोर्ट केस में क्यो घसीटा जा रहा है। केस क्या चल रहा है हमें कोई जानकारी नही है, हमारा विश्वविद्यालय ने पंजीयन क्यों किया और पंजीयन किया तो परीक्षा क्यों ली गई, जबकि विश्वविद्यालय के नियमानुसार यह डिप्लोमा दो से चार वर्षो में पूर्ण करा दिया जाता है और रिजल्ट 45 दिवस में जारी कर दिया जाता है।

अतः आपसे अनुरोध है कि हमारी समस्या से शासन को अवगत कराये ताकि हम समस्त छात्रो के हित में शासन द्वारा कार्यवाही की जा सके ।

स्थान: लसुड़िया ईला
दिनांक: 16/04/2015
भवदीय
दशरथ दास बैरागी
लसुड़िया ईला, मंदसौर
मो. 9977185360


भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
फेसबुक पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!