जबलपुर। अब आप कह सकते हैं कि व्यापमं घोटाले का फाइनल राउंड शुरू हो गया है। मप्र हाईकोर्ट ने उस Pen Drive को जांच के लिए सौंप दिया है जिसमें शिवराज सिंह चौहान के नाम होने का दावा किया गया है। ये वही पेन ड्राइव है जो व्हिसलब्लोअर ने दिल्ली हाईकोर्ट में जमा की थी और दावा किया गया है कि इसमें ओरिजनल एक्सेल शीट है जिसमें शिवराज सिंह चौहान का नाम लिखा गया हुआ है।
मुख्य न्यायाधीश अजय माणिकराव खानविलकर व जस्टिस आलोक आराधे की डिवीजन बेंच में मामला सुनवाई के लिए लगा। इस दौरान राज्य शासन की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता पुरुषेंद्र कौरव खड़े हुए। हाईकोर्ट व्यापमं फर्जीवाड़े की जांच एजेंसी एसटीएफ व उसकी निगरानी के लिए गठित एसआईटी की ओर से प्रस्तुत जानकारियों पर गौर करती, इसके पहले ही प्रिंसिपल रजिस्ट्रार (न्यायिक) ने सीलबंद लिफाफा जमा किया। यह लिफाफा हाईकोर्ट प्रशासन को अधिवक्ता बदर महमूद के जरिए प्राप्त हुआ।
पेनड्राइव में है ओरिजनल एक्सल-शीट!
व्हिसिलब्लोअर का दावा है कि सीलबंद लिफाफे में ओरिजनल एक्सल-शीट है, जिसकी जांच कराए जाने पर फर्जी और असली का स्पष्टीकरण स्वतः हो जाएगा। हाईकोर्ट ने सीलबंद लिफाफा हाईकोर्ट की रजिस्ट्री के माध्यम से एसआईटी चेयरमैन तक जांच के लिए भिजवाए जाने के निर्देश के साथ गुरुवार को आगे की सुनवाई जारी रखने की व्यवस्था दे दी।