मप्र में महिला खेल प्रशिक्षक तो है ही नहीं

भोपाल। तमाम वादों और नारों से इतर एक काला सच यह भी है कि मध्यप्रदेश में महिला खेल प्रशिक्षक ही नहीं है अब जब नहीं है तो खेल सिखाएगा कौन, सिखाएंगे नहीं तो खेलेंगे कैसे और खेलेंगे नहीं तो जीतेंगे कैसे। तात्पर्य यह कि मप्र में महिला खिलाड़ियों के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। वो आज भी भगवान भरोसे है। उस राज्य में जहां पर निर्धन कन्याओं के हाथ पीले करने का काम सरकार करती है।

पढ़िए यह खुलाखत

महिला आयोग/खेल विभाग/ शिक्षा मंत्री
महोदय महिला वर्ग एवम् युवा अध्यापक व्यायाम शिक्षक, बी.पी.एड./डी.पि.एड./ऍम.पी.एड./ऍम.फिल.तक कर चुके और कर रहे युवा जवाब चाहते है यदि तर्क पूर्ण और न्याय-संगत जवाब हो तो देने की कृपा करे अन्यथा नेताओ के जवाब तो बहुत सुने है--

1. )सन् 2006 से संविदा व्यायाम शिक्षक की भर्ती वर्ग 2 से 3 में कर रही है जबकि कांग्रेस शासन काल में सभी पीटीआई पद (नियमित, शिक्षाकर्मी, संविदा) वर्ग 2 के होते थे। क्या यही है बीजेपी सरकार की खेल नीति....जो महिलाओ को खेल से दूर करने वाली निति बनाती है ? क्योकि 12वी के बाद सी.पी.एड.का कोर्स मध्य प्रदेश में संचालित ही नही है ? यानी कोई भी महिला खेल प्रशिक्षक को स्नातक समकक्ष योग्यता करने के बाद वर्ग 3 के पद पर कार्य करने की मजबूर नही किया जा सकता क्योकि पड़ोसी राज्यो में यह पद वर्ग 2 का ही है|

2. )प्रदेश सरकार खेल, खिलाडी और खेल मैदान के लिए करोड़ो खर्च कर रही है पर क्या अध्यापक पीटीआई का डिमोशन कर, कन्या परिसरों में महिला प्रशिक्षक के बिना ,उन्हें पदोन्नति के कोई अवसर दिए बिना ,अच्छे खिलाडी तैयार किये जा सकती है ? बालिकाए कही न कही पुरुष प्रशिक्षक के सामने अपनी समस्याऐ बताने में हेजिटेशन महसूस अवश्य करती होगी|

3.) सन् 2006 से संविदा पीटीआई वर्ग 3 की भर्ती का आधार 12वी एवं C.P.ED. रखा गया है, महोदय ये बताने का कष्ट करे की mp में किस विश्वविधालय या बोर्ड से सी. पी.एड. होता है...और महिला यह कोर्स कहा से करे ? कुछ समय तक शिवपुरी से होता था वह भी बन्द हो चूका है।

4. )महोदय बताने का कष्ट करे कि प्रदेश की किसी एक संस्था में संचालित कोर्स (सीपीएड) को प्रदेश स्तर की संविदा पीटीआई 3 की भर्ती का आधार बनाया जा सकता है क्या...जबकि महिलाओ के लिये यह कोर्स संचालित ही नही है ?

5. )शासन ने  स्कुल के पीटीआई की भर्ती के लिए सीपीएड की खोज की जबकि राज्य में कोई भी विश्वविद्यालय महिलाओ को यह कोर्स नही करवाता है, कॉलेज के स्पोर्ट्स ऑफिसर के लिए एम.पी.एड. योग्यता है। अब बेचारा बी.पी.एड.(स्नातक समकक्ष )किया युवा के लिए शासन की क्या योजना है....? बताने का कष्ट करे।

6. )शासन की अध्यापक सेवा शर्ते के अनुसार भर्ती एकसहायक अध्यापक पदोन्नत होकर अध्यपक, वरिष्ठअध्यापक, BAC, BRC, AEO,BEO एवं भविष्य मेंप्राचार्य तक बन सकता है पर एक अध्यापक व्यायामशिक्षक का क्या भविष्य है...? उसके पदोंन्नति, प्रतिनियुक्ति की शासन क्या योजना है...?

7.) शासन के नुमाइन्दे व्यायाम शिक्षक के पद को एकांगी बताते है और प्रमोशन नही दिया जा सकता कहते है |जबकि प्रदेश में वर्तमान में 6 प्रकार के पीटीआई निम्न वेतन(लगभग) लेकर कार्य कर रहे है
-A. नियमित पीटीआई (वरिष्ठ वेतनमान) - 55-60 हजार।
B. नियमित पीटीआई (कनिष्ठ वेतनमान) - 40-45 हजार।
C. शिक्षाकर्मी से अध्यापक बने पीटीआई - 30-35 हजार।
D. संविदा वर्ग - 2 से अध्यापक बने पीटीआई - 25-30हजार।
E. संविदा वर्ग - 3 से सहायक अध्यापक बने पीटीआई -12-15 हजार।
D. संविदा वर्ग -3 पीटीआई - 5 हजार।

सभी का काम छात्रों को खेल का प्रशिक्षण देना और अधिक से अधिक संख्या में राज्य/राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओ में शामिल करवाना। महोदय ये बताइये आपके शासन में समान पद- समान कार्य- समान वेतन के नियमों का पालन किया जा रहा है...? और कन्या खेल परिसरों में उन्हें महिला खेल प्रशिक्षक कब और कैसे प्राप्त होगी ? जबकि राज्य में कोई सीपीएड कोर्स महिलाओ के लिए संचालित ही नही है ? उपरोक्त स्थिति क्या न्यायोचित है। कृपया जवाब दे.....जवाब ना हो, तो ना सही ....पर समस्या हमने आपको बता दि है। आपसे निवेदन है- समस्या का निदान तो कर दीजिये हमें चाहिए केवल हमारे स्वीकृत पदों के आधार पर शिक्षाकर्मी भर्ती की तरहउच्च श्रेणी शिक्षक के विरूद्ध अध्यापक का पद वर्ग 2 |

आपको प्रदेश के हम अध्यापक पी.टी.आई.(शारीरिक शिक्षक) आश्वस्त करते है की यदि शासन हमे सुविधा और पदोन्नति के समान अवसर देगी तो महोदय हम अतिरिक्त मेहनत करके खिलाडी छात्रों से पदकों के अम्बार लगवा देंगे।

निवेदक
समस्त अध्यापक व्यायाम शिक्षक (PTI)
अध्यापक संविदा व्यायाम शिक्षक संघ म.प्र.
"जय "मध्य प्रदेश "

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