छतरपुर। राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत कार्यरत सोशल मोबलाइजर ने बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में पद को समाप्त न करने की मांग की गई। पद समाप्त होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। ज्ञापन में कहा गया कि राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत दो साल पहले सोशल मोबलाइजर के पद सृजित किए गए थे।
इस पद को समाप्त करने का आदेश 25 मार्च को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जारी किया गया है। इसमें सोशल मोबलाइजर पद को समाप्त करने की घोषणा की गई है। जबकि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा था कि संविदा कर्मचारियों के पद समाप्त नहीं किए जाएंगे। ज्ञापन में कहा गया कि अगर सोशल मोबलाइजर का पद खत्म किया जाता है तो इस पद पर काम करने वाले कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे। इसके साथ ही उनकी मानसिक और आर्थिक स्थिति पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। पद समाप्त होने पर 5 अप्रैल से हड़ताल और उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।