विधायकों के विश्राम हेतु हरियाणी की हत्या: विरोध शुरू

भोपाल। समाचार पत्र के माध्यम से ज्ञात हुआ कि अरेरा हिल्स की हरियाली को उजाड़कर वहां पर विधायकों के मकान बनाये जायेंगें। भोपाल नागरिक विकास समिति इसका विरोध करती है चाहे जान चली जाये पर हरियाली नहीं उजड़ने देंगें। हरियाली बचाने के लिए भोपाल में जन आंदोलन चलाया जायेगा। 

भोपाल नागरिक विकास समिति इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री, विधान सभा अध्यक्ष विधायकों से भी मांग करेगी कि भोपाल शहर की नैसर्गिक हरियाली को उजाड़कर बनाये जा रहे विधायक विश्राम गृह के प्रस्ताव को निरस्त करें। जिस तरह से हमें अपने देश से प्यार है उसी तरह जिस शहर में हमारा जन्म हुआ है उस जन्म भूमि भोपाल से भी हमें प्यार हैं। भोपाल के लोग भोपाल की इस हरियाली, ताल तलैयों से भरे शहर की गोद में पले बढ़े हैं। इसलिए हम इसको उजड़ने नहीं देंगें। 

हम हरियाली को उजाड़ने वालों को उखाड़ फेकेंगें। भोपाल नागरिक विकास समिति के अध्यक्ष रमेश राठौर ने हरियाली उजाड़कर विधायकों का मकान बनाने के लिए प्रस्ताव देने वाले अधिकारी, जन प्रतिनिधियों के लिए कहा है कि ऐसे विधान सभा अध्यक्ष और अधिकारी कभी आम जनता के प्रति संवेदन शील नहीं हो सकते जो प्राण वायु देने वाले वृक्षों की प्रति संवेदनशील ना हो उनको विधायक विश्राम गृह में रहने का क्या विधान सभा भवन में भी बैठने का हक नहीं है।

भोपाल नागरिक विकास समिति के अध्यक्ष रमेश राठौर ने सुझाव दिया है कि जवाहर चैक टी.टी. नगर में सरकार ने शासकीय मकानो को तोड़कर जो जमीन खाली कराई है वहां पर विधायक विश्राम गृह बना दिये जायें । पहले ही सरकार ने टी.टी. नगर नानके पेट्रोल पंप के सामने मल्टीस्टोरी बिजनेस सेंटर बनाने के लिए वहां की हरियाली समाप्त की, फिर जवाहर चैक में मल्टी स्टोरी बिल्डिंगें बनाने के लिए वहां की हरियाली उजाड़ने की तैयारी हैं। बी.आर.टी.एस. कारिडोर बनाने के लिए सड़कों के दोनों और की हरियाली उजाड़ी। 

वल्लभ भवन एनेक्सी बनाने के लिए वल्लभ भवन के आस-पास की हरियाली उजाड़ी। रिवेरा टाउन बनाने के लिए पम्पापुर की हरियाली उजाड़ी अब शहर की हरियाली को और नहीं उजाड़ने देंगें। यदि ज्यादा हुआ तो हम सरकार को उजाड़ देंगें। सरकार भोपाल वासियों के धैर्य की परीक्षा नहीं ले यदि भोपाल के नागरिक जाग गये तो भोपाल की हरियाली उजाड़ने वालों को उखाड़ फेकेंगें। 

भोपाल नागरिक विकास समिति अरेरा हिल्स के 1500 वृक्षों को बचाने के लिए शहर भर में धरना प्रदर्शन आयोजित करेंगें। वैसे भी नया विधायक विश्राम गृह बनाने का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि वर्तमान विधायक विश्राम गृह अभी बहुत अच्छी हालत में है चाहे तो विशेषज्ञों से इसकी जांच कराई जा सकती है क्योंकि नया विधायक विश्राम गृह बनने के बाद जितने समय चलेगा उतने समय यह पुराना वाला चलेगा। जब वह बना था तब 330 विधायकों के लिए बना था। छत्तीसगढ़ अलग होने के बाद वर्तमान में 220 विधायक बचे हैं उसमें 50 विधायकों में पास 74 और 45 बंगलों में आवास आंबटित हैं । शेष विधायकों को विधायक विश्राम गृह के दो दो फ्लैट आंबिटत कर दिये जाएं तो उनके छोटे फ्लेटों की समस्या हल हो जायेगी।

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