ग्वालियर। भले ही इंदौर हाईकोर्ट ने नो हेलमेट नो पेट्रोल के आदेश को स्थगित कर दिया है, लेकिन ग्वालियर कलेक्टर पी.नरहरि लोगों को हेलमेट की महत्ता समझाने खुद ही पेट्रोल पंपों पर निकल आए और बिना हेलमेट वालों को पेट्रोल नहीं लेने दिया। खुद वापस भगा दिया।
बुधवार को कलेक्टर ने शहर के दो पेट्रोल पंपों पर एक घंटे रुककर दोपहिया वाहन चालकों से बात की और हेलमेट लगाने के फायदे बताए। इसके साथ ही कुछ इमोशनल बातों के जरिए भी वाहन चालकों को हेलमेट की अनिवार्यता का महत्व समझाया।
कलेक्टर बुधवार की दोपहर करीब 1 बजे थाटीपुर स्थित सुरेश नगर के पेट्रोल पंप पर पहुंचे। वहां आधा घंटा रूके और हाथ में माइक थामा और आने-जाने वाले वाहन चालकों को हेलमेट का महत्व समझाने लगे। कलेक्टर ने वाहन चालकों से बात करते हुए समझाया कि हेलमेट सिर्फ आपकी जिंदगी की रक्षा ही नहीं करता बल्कि परिवार में मौजूद मां-बाप, भाई-बहन, पत्नी-बच्चों की खुशियों की उम्मीद भी कायम रखता है।
हेलमेट न पहनकर आप सिर्फ अपने जीवन को ही खतरे में नहीं डालते बल्कि परिवार के कई सदस्यों की आपके लौटने की उम्मीदों को भी खतरे में डालते हैं। इसलिए प्लीज आप लोग खुद के लिए न सही अपने परिवार की खुशियों के लिए हेलमेट जरूर पहनिए।
शहीद गेट स्थित पेट्रोल पंप पर भी समझाया वाहन चालकों को
इसके बाद कलेक्टर कुछ दूर स्थित शहीद गेट के पेट्रोल पंप पर भी आधा घंटा रुके। यहां पेट्रोल भरवाने आ रहे लोगों को भी उन्होंने हमेशा हेलमेट पहनने और परिवार के सदस्यों को इसके लिए प्रेरित करने की समझाइश दी। उन्होंने कहा कि हेलमेट हमेशा उत्तम गुणवत्ता वाला ही इस्तेमाल करें सिर्फ चालान से बचने के लिए खानापूर्ति करने वाला हेलमेट न पहनें। इस दौरान 2 से 3 टूव्हीलर चालक बिना हेलमेट पंप पर पहुंचे तो कलेक्टर ने उन्हें समझाकर वापस भेज दिया।