श्रीनगर। बीजेपी-पीडीपी के गठबंधन वाली सरकार के आदेश पर रिहा हुए अलगाववादी नेता मसरत आलम ने अपना रंग दिखा दिया। बुधवार को श्रीनगर में भारत विरोधी रैली का आयोजन किया। रैली के दौरान उसने न केवल भारत विरोधी बयानबाजी की, बल्कि 'मेरी जान पाकिस्तान' के नारे भी लगाए। इस दौरान मसरत और कुछ अन्य लोगों ने पाकिस्तानी झंडे भी फहराए। बता दें कि मसरत को चार साल की कैद के बाद इस साल मार्च में रिहा किया गया था।
47 साल के मसरत आलम को अलगाववादी शीर्ष नेता सैयद अली शाह गिलानी का उत्तराधिकारी माना जा रहा है। गिलानी के घाटी लौटने के मौके पर यह रैली आयोजित की गई थी। मसरत आलम कश्मीरी युवकों को इकट्ठा करके भारतीय सेना पर पत्थरबाजी करवाने और घाटी में भारत विरोधी विचारधारा के प्रसार के लिए जाना जाता है। यह भी कहा जाता है कि वह सोशल मीडिया पर भी अपने विचारों का प्रसार करता है और साथ में भारतीय विरोधी ऑडियो सीडी मस्जिदों में बंटवाता है।
बीजेपी ने जताई नाखुशी
कश्मीर की पीडीपी सरकार के साथ सहयोगी बीजेपी के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि राज्य सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लेगी। वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा। कांग्रेस प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि घाटी में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। सिंह के मुताबिक, बीजेपी हमेशा से कांग्रेस पर आतंकवाद को लेकर नरमी बरतने का आरोप लगाते रही है, अब देखिए वह क्या कर रही है।
